केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा ने हरियाणा के पंचकूला में टीबी मुक्त भारत अभियान की शुरुआत की
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने हरियाणा के पंचकूला में राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के तहत 100 दिवसीय टीबी मुक्त भारत अभियान की शुरुआत की। इस अभियान का उद्देश्य भारत में तपेदिक (टीबी) की पहचान, निदान और मृत्यु दर को कम करना है।
अभियान की मुख्य बातें:
- फोकस क्षेत्र: 33 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 347 जिलों में टीबी का सबसे अधिक प्रकोप है, जहां इस अभियान को लागू किया जाएगा।
- उद्देश्य: टीबी के मामलों की पहचान करना, निदान में देरी को कम करना, और उपचार के परिणामों में सुधार करना।
- नए कदम: उन्नत निदान सुविधाएं, कमजोर समूहों की विशेष जांच, उच्च जोखिम वाले व्यक्तियों के लिए विशेष देखभाल, और टीबी रोगियों को पोषण सहायता प्रदान करना।
अभियान की शुरुआत पर केंद्रीय मंत्री का वक्तव्य:
केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने कहा, “हम इस 100 दिवसीय अभियान के माध्यम से टीबी उन्मूलन के लक्ष्य की ओर तेजी से कदम बढ़ा रहे हैं। यह अभियान देश में टीबी को जड़ से खत्म करने के प्रयासों को नई गति देगा।”
हरियाणा के मुख्यमंत्री का सहयोग व समर्थन:
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा, “हमें गर्व है कि इस राष्ट्रव्यापी अभियान की शुरुआत हरियाणा से हो रही है। हम इसे सफल बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे, विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में टीबी की स्क्रीनिंग पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।”
सरकार की योजनाएं और उपलब्धियां:
- अब तक 7 लाख से अधिक लोगों की टीबी स्क्रीनिंग की जा चुकी है।
- 18,000 पंचायतों को टीबी मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा गया है।
- सरकार ने 3.5 लाख मरीजों को करोड़ों रुपये की सहायता राशि प्रदान की है।
टीबी मुक्त भारत के लिए आगे की राह:
यह पहल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 2018 में शुरू किए गए टीबी मुक्त भारत अभियान के दृष्टिकोण के अनुरूप है। इस अभियान से टीबी के खिलाफ देशव्यापी जागरूकता बढ़ेगी, जिससे जल्द निदान और बेहतर इलाज सुनिश्चित किया जा सकेगा। सभी का संकल्प, टीबी पर प्रहार – एक स्वस्थ भारत का निर्माण।