अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी की महासचिव, पूर्व केंद्रीय मंत्री व सिरसा से लोकसभा सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार अब सत्ता से बेदखल होने के डर से हर रोज यू-टर्न लेने में लगी है। लेकिन, यू-टर्न का रिकॉर्ड बनाने के बाद भी अब इनका सत्ता में बने रहना नामुमकिन है। मनोहर लाल खट्टर ने जो गड्ढे प्रदेश के तीन करोड़ लोगों के लिए बतौर मुख्यमंत्री खोदे, उन्हें पूरी तरह से आट देने का रत्ती भर फायदा भी नायब सिंह सैनी व भाजपा को नहीं होगा। भाजपाइयों को साढ़े 09 साल के शासन के दौरान किए गए कृत्यों के लिए हर प्रदेशवासी से सार्वजनिक माफी मांगनी चाहिए। मीडिया को जारी बयान में कुमारी सैलजा ने कहा कि सरपंचों को साधने की मुख्यमंत्री की कोशिश अब कतई सफल नहीं हो सकती। प्रदेश के सरपंचों पर जिस तरीके से पंचकूला में पुलिसिया बल प्रयोग किया गया, उन्हें लहूलुहान किया गया, उसकी भरपाई कोई नहीं कर सकता। सरपंचों को चोर तक प्रदेश सरकार ने कहा, उनके सम्मान को जो ठेस पहुंचाई, उसे अब कोई भी भाजपाई लौटा नहीं सकता। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने ओबीसी की क्रीमी लेयर 8 लाख तय की हुई है, लेकिन खट्टर सरकार ने इसे घटाकर 6 लाख कर दिया। बार-बार इसके खिलाफ आवाज उठने और हाई कोर्ट में जाने के बावजूद एक बार भी प्रदेश सरकार ने अपना फैसला नहीं बदला। अब उसी भाजपा की नायब सरकार ने इसे फिर से 8 लाख भले ही कर दिया हो, लेकिन राज्य सरकार के फैसले से इतने साल तक प्रभावित रहे हजारों परिवार व उनके बच्चे कभी भी उनके साथ हुए धोखे को भूल नहीं पाएंगे। कुमारी सैलजा ने कहा कि किसान विरोधी मनोहर लाल खट्टर ने खेतों में ट्यूबवेल को दूसरी जगह शिफ्ट करने के लिए सोलर पंप की शर्त लगा दी थी। अब भाजपा के ही नायब सिंह की सरकार ने इस शर्त को हटा दिया है, लेकिन इतने साल तक मनोहर लाल के तुगलकी फरमान से किसानों को जो नुकसान हुआ, उसकी भरपाई कौन करेगा? ऐसा ही पीपीपी के साथ हुआ है। इसमें आमदनी को लेकर शर्तों में जो ढील दी गई है, उसकी वजह सिर्फ और सिर्फ विधानसभा चुनाव में भाजपा को नजर आ रही अपनी हार है। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पुलिस कर्मियों के जिस यात्रा भत्ते को 20 दिन से घटाकर मनोहर लाल सरकार ने 10 दिन किया था, उसे वापस 20 दिन करके अब नायब सिंह झूठी वाहवाही लूटने का प्रयास कर रहे हैं। जबकि, सच्चाई तो यह है कि इतने साल तक पुलिसकर्मियों को जो नुकसान हुआ, उसका खामियाजा भाजपा को विधानसभा चुनाव में हर हाल में भुगतना पड़ेगा। ऐसा ही हाल सेक्टर एरिया में पार्किंग प्लस 4 मंजिला भवन को फिर से मंजूरी देने का है। पहले इस अनुमति को वापस लेना और फिर से पार्किंग प्लस 4 मंजिला भवन बनाने की अनुमति देने से साफ है कि दोनों में से एक फैसला तो गलत था। कुमारी सैलजा ने कहा कि कच्चे कर्मचारियों, सफाई कर्मियों आदि के वेतन में बढ़ोतरी की मांग लंबे अरसे से चली आ रही थी। कितनी ही बार धरने-प्रदर्शन के लिए हजारों कर्मचारी एकजुट होकर आवाज उठा चुके हैं। साढ़े 9 साल तक कर्मचारियों को लाठियों से पिटवाने वाली भाजपा सरकार भले ही इस बढ़ोतरी के बाद वाहवाही लूटने की कोशिश में जुटी हो, लेकिन यह बढ़ोतरी इनका अधिकार है। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रदेश की जनता बहुत समझदार है। विधानसभा चुनाव में हार सामने देखकर भाजपा सरकार को अब जनता की याद आ रही है। सत्ता छिनने के डर से प्रदेश सरकार अब रेवडिय़ां बांटने की कोशिश में जुटी है। अब कितनी ही रेवडिय़ां सरकार बांट ले, वे भाजपा को सत्ता से बाहर करते हुए कांग्रेस के हाथों में प्रदेश की बागडोर सौंपने का मन बना चुके हैं।
Subscribe to Updates
Get the latest creative news from FooBar about art, design and business.