पीएम मोदी ने कहा कि आज देश ‘विकास भी, विरासत भी’ के मंत्र को लेकर चल रहा है। इस बजट में इसके लिए बहुत महत्वपूर्ण और ठोस कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा कि इस “बजट 2025” में एक करोड़ पांडुलिपियों के संरक्षण के लिए ‘ज्ञान भारत मिशन’ को शुरू किया गया है। सुधारों के संदर्भ में इस बजट में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आमतौर पर बजट का फोकस इस बात पर रहता है कि सरकार का खजाना कैसे भरेगा, लेकिन ये बजट उससे बिलकुल उल्टा है। ये बजट, देश के नागरिकों की जेब कैसे भरेगा, देश के नागरिकों की बचत कैसे बढ़ेगी और देश के नागरिक विकास के भागीदार कैसे बनेंगे।
बजट 2025: ‘विकास भी, विरासत भी’ मंत्र के तहत बड़े सुधार
ये बजट इसको एकउन्होंने कहा कि परमाणु ऊर्जा में निजी क्षेत्र को प्रोत्साहित करना ऐतिहासिक है। यह देश के विकास में असैन्य परमाणु ऊर्जा का बड़ा योगदान सुनिश्चित करेगा। इसके अलावा बुनियादी ढांचे के लिए आवंटन से देश में बड़े जहाजों के निर्माण को बढ़ावा मिलेगा। इसकेको तेज करेगा। जहाज निर्माण एक ऐसा क्षेत्र है जो रोजगार के महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करता है। इसके अलावा, देश में पर्यटन विकास की विशाल क्षमता है। पीएम मोदी ने कहा कि देश के अनुसूचित जाति, जनजाति, और महिला… जो नए उद्यमी बनना चाहते हैं, उनके लिए बिना गारंटी के दो करोड़ रुपये तक के लोन की योजना भी लाई गई है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस बजट में 12 लाख रुपए प्रति वर्ष तक की आय को कर मुक्त कर दिया गया है। सभी आय समूहों के लिए, करें को कम किया गया है। इससे हमारे मध्यम वर्ग को बहुत लाभ होगा। इसी तरह, यह उन लोगों के लिए एक अवसर होगा जो हाल ही में कार्यबल में शामिल हुए हैं। उन्होंने कहा कि नए युग की अर्थव्यवस्था को ध्यान में रखते हुए, गिग श्रमिकों के लिए एक बड़ी घोषणा की गई है। पहली बार ई-श्रम पोर्टल पर गिग वर्कर्स का पंजीकरण किया जाएगा। उन्हें स्वास्थ्य सेवाओं और अन्य सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का लाभ मिलेगा। यह श्रम की गरिमा के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।