अग्रोहा धाम वैश्य समाज के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बजरंग गर्ग की अध्यक्षता में एक बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में अग्रोहा के विकास के संबंध में विचार-विमर्श किया गया।
बैठक में बजरंग गर्ग ने बताया कि सरकार ने अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में कैंसर हॉस्पिटल बनाने की इजाजत तो दी थी, लेकिन अब तक हॉस्पिटल के निर्माण की मंजूरी नहीं दी गई है। उन्होंने बताया कि हरियाणा के मुख्यमंत्री ने सोनीपत में कैंसर हॉस्पिटल बनाने की घोषणा की है, जो सराहनीय है, लेकिन सरकार को यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में कैंसर हॉस्पिटल के निर्माण की अनुमति जल्द से जल्द दी जाए।
अग्रोहा में कैंसर हॉस्पिटल की जरूरत क्यों है?
बजरंग गर्ग ने कहा कि अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में रोजाना कैंसर के कई मरीज इलाज के लिए आते हैं। देश और प्रदेश में कैंसर जैसी गंभीर बीमारी तेजी से बढ़ रही है। यदि अग्रोहा में कैंसर हॉस्पिटल बनता है, तो इसका लाभ हरियाणा, पंजाब और राजस्थान के मरीजों को मिलेगा। उन्होंने यह भी बताया कि अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में प्रतिदिन लगभग 3,000 मरीजों की ओपीडी होती है, और हजारों लोग अग्रोहा धाम में दर्शन के लिए आते हैं।
वैश्य समाज का सहयोग
बजरंग गर्ग ने कहा कि अग्रोहा मेडिकल कॉलेज के निर्माण में सरकार के साथ-साथ वैश्य समाज का भी महत्वपूर्ण सहयोग है। उन्होंने कहा कि एमबीबीएस सीटों के लिए एडमिशन प्रक्रिया में मेडिकल कॉलेज की मैनेजमेंट कोटा नीति को फिर से लागू करना चाहिए, जैसा कि पहले हुआ करता था।
बैठक में यह भी चर्चा हुई कि सरकार को अग्रोहा के विकास के लिए विशेष धनराशि आवंटित करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अग्रोहा मेडिकल कॉलेज और कैंसर हॉस्पिटल के निर्माण से जनता की उम्मीदें जुड़ी हुई हैं, और सरकार को जल्द से जल्द इस दिशा में कदम उठाने चाहिए।
बैठक में एनके गोयल, चूड़ामणि गोयल, ऋषिराज गर्ग, अनंत अग्रवाल, आनंद गोयल, सज्जन गुप्ता, लोकेश कंसल, रंजन गोयल, दीपक गुप्ता सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने अपने विचार प्रस्तुत किए।