परित्यक्त महिलाओं की सेवा के दृष्टिगत स्थापित, शैशव कुंज महिला आश्रम शाखा मोक्ष वृद्धा आश्रम, कैमरी रोड परिवारों के पुनर्मिलन में भी अग्रणी भूमिका निभा रहा है।
इसी क्रम में कमला देवी पत्नी रायसिंह निवासी छोटा उचाना, जिला जींद करीब 11 माह पूर्व मंदबुद्धि होने के कारण बिना बताए घर से निकल गई थी और इधर-उधर भटकने के बाद , पुलिस ने उसे शैशव कुंज महिला आश्रम से छोड़ दिया था.
शैशव कुंज महिला आश्रम ने सीएमसी अस्पताल में डॉ. अदिति पोपली से कमला देवी का इलाज शुरू करवाया । इलाज के बाद जब उसने अपने गांव के बारे में बताया तो दलशेर सिंह, राजवीर नैन और प्रवीण की एएचटीयू टीम और सोशल मीडिया के जरिए उसके परिवार का पता लगाया गया. उन्हें आश्रम बुलाया गया और कमला देवी ने परिवार को पहचाना, तो वह खुशी-खुशी अपने परिवार के पास वापस चली गई।
मोक्ष वृद्ध आश्रम की संरक्षक पंकज संधीर ने बताया कि इससे पहले भी पुलिस द्वारा आश्रय के लिए लाई गई कई महिलाओं को उनके परिवारों से मिलवाया जा चुका है. उन्होंने लोगों से यह भी अपील की कि यदि आप किसी मंदबुद्धि महिला को इधर-उधर घूमते हुए देखें तो उसे शैशव कुंज महला आश्रम भेज दें ताकि वह स्वस्थ होकर अपने परिवार के पास वापस जा सके.