नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने नीट यूजी परीक्षा 2025 को लेकर एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। इस वर्ष नीट यूजी परीक्षा पेन और पेपर मोड में एक ही दिन और एक शिफ्ट में आयोजित की जाएगी। यह जानकारी एनएमसी (नेशनल मेडिकल कमीशन) के निर्देशों के अनुसार साझा की गई है। एनटीए के अनुसार, परीक्षा प्रक्रिया को पारदर्शी और सुरक्षित बनाने के लिए यह निर्णय लिया गया है।
उच्च शिक्षा विभाग द्वारा जारी दिशानिर्देशों के अनुसार, उम्मीदवारों के लिए आधार-आधारित वेरिफिकेशन का उपयोग अनिवार्य किया गया है। साथ ही, 10वीं की मार्कशीट या पास सर्टिफिकेट के अनुसार अपने आधार डिटेल्स को अपडेट करने का भी निर्देश दिया गया है। शिक्षा मंत्री ने दिया था बयान केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बताया था कि नीट परीक्षा का प्रशासनिक दायित्व स्वास्थ्य मंत्रालय के पास है। उन्होंने कहा, “हम स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ चर्चा कर रहे हैं ताकि यह तय किया जा सके कि नीट परीक्षा पेन-एंड-पेपर मोड में आयोजित होनी चाहिए या ऑनलाइन मोड में।” प्रधान ने यह भी बताया कि इस विषय पर स्वास्थ्य मंत्रालय, जिसका नेतृत्व जेपी नड्डा कर रहे हैं।
उनके साथ दो चरण की बातचीत पहले ही हो चुकी है। परीक्षा के आयोजन के लिए जो भी विकल्प सबसे उपयुक्त होगा, एनटीए उसे लागू करने के लिए पूरी तरह तैयार है। यह फैसला राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग के दिशा-निर्देशों को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। इससे पहले, शिक्षा और स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया था कि नीट यूजी 2025 को पेन-एंड-पेपर मोड या कंप्यूटर आधारित परीक्षा मोड में आयोजित करने का निर्णय लिया जाना बाकी है। अब यह स्पष्ट हो गया है कि परीक्षा पेन और पेपर मोड में ही आयोजित किया जाएगा। इसके अलावा, एनटीए ने जानकारी दी है कि नीट यूजी के तहत भारतीय चिकित्सा पद्धति के बीएएमएस, बीयूएमएस, बीएसएमएस, और बीएचएमएस जैसे यूजी कोसों में दाखिला लिया जाएगा। ये सभी कोर्स राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग और राष्ट्रीय होम्योपैथी आयोग के अंतर्गत आते हैं।