हिसार बार काउंसिल के एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम में जनता की प्रत्याशी सावित्री जिन्दल जी ने न्याय और लोकतंत्र में बार की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि हिसार बार का इतिहास गौरवशाली है। स्वतंत्रता सेनानी लाला लाजपत राय, महावीर प्रसाद जैन, बलदेव तायल, पं. गौरीशंकर, सुभाष गुप्ता और चौ. बंसीलाल ने कानूनी जगत में अपनी अमिट छाप छोड़ी। वर्तमान में सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस सूर्यकांत को भी हिसार बार का सान्निध्य मिला है, जो गर्व की बात है। उन्होंने अपील की कि बैटरी टॉर्च चुनाव निशान पर बटन दबाकर उन्हें भारी मतों से विजयी बनाएं, वे आजीवन हिसार की सेवा के लिए प्रतिबद्ध हैं। श्रीमती जिन्दल ने कहा कि जिन्दल परिवार को जब-जब जरूरत महसूस हुई, हिसार बार ने हमेशा साथ दिया और सत्य के पक्ष में खड़ा रहा। पूर्वमंत्री ओपी जिन्दल जी का मानना था कि जब सभी दरवाजे बंद हो जाते हैं, तब भगवान और न्यायालय के दरवाजे ही खुले रहते हैं। इस अवसर पर बार अध्यक्ष विनय बिश्नोई, पीके संधीर, पीसी मित्तल, बंसीलाल गोदारा, सुभाष मित्तल, संदीप गर्ग, शीला राठी, बीएस लडोइया, गोपीचंद वर्मा, मोहित अरोड़ा, ओपी कोहली, मान सिंह चौहान, सोनिया गुप्ता, सीमा शर्मा, एनडी वत्स, जेएस मलिक, सर्वजीत सिंह, पंकज मेहता, अनिल जलंधरा, अनिंदर, जय भगवान बिश्नोई, जयपाल बेरवाल समेत बड़ी संख्या में उपस्थित अधिवक्ताओं ने उन्हें समर्थन देने का वादा किया।
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