उद्घाटन समारोह: नवाचार और गुजविप्रौवि विज्ञान उत्सव 2025 के प्रति जागरूकता का संदेश
“गुजविप्रौवि विज्ञान उत्सव 2025 एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (गुजविप्रौवि), हिसार में तीन दिवसीय विज्ञान उत्स का उद्घाटन मंगलवार को हुआ। इस कार्यक्रम में छात्र अपने वैज्ञानिक कौशल का प्रदर्शन कर रहे हैं और विज्ञान को बढ़ावा देने वाली गतिविधियों में भाग ले रहे हैं।”
कुलपति प्रो. विश्नोई का प्रेरणादायक संदेश
कुलपति प्रो. नरसी राम विश्नोई ने कहा कि विज्ञान और तकनीक मानव विकास के केंद्र बिंदु हैं। उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के प्रभाव को रेखांकित करते हुए विद्यार्थियों से नए आइडियाज विकसित करने और वैश्विक चुनौतियों के समाधान के लिए विज्ञान एवं तकनीक के उपयोग की अपील की। उन्होंने कहा,
“भारत विज्ञान उत्सव और नवाचार के क्षेत्र में विश्व गुरु के रूप में उभर रहा है।”
विशिष्ट अतिथियों के विचार
✔ धर्मवीर सिंह ने गुजविप्रौवि विज्ञान उत्सव 2025 को दैनिक जीवन का मूल आधार बताते हुए कहा कि रसोई भी एक प्रयोगशाला की तरह होती है। उन्होंने विद्यार्थियों से विज्ञान उत्सव आनंदपूर्वक सीखने और टेक्स्ट बुक्स पढ़ने का आग्रह किया।
✔ अतिरिक्त उपायुक्त सी. जयाशरधा ने विज्ञान को ज्ञान प्राप्ति का माध्यम बताते हुए कहा कि सिर्फ ज्ञान प्राप्त करना ही नहीं, बल्कि उसका विश्लेषण और उपयोग करना भी आवश्यक है। उन्होंने विद्यार्थियों को रोजाना 20 मिनट अपनी रुचि की किताबें पढ़ने और हर सप्ताह एक घंटा शोध आधारित ज्ञान प्राप्त करने की सलाह दी।
गुजविप्रौवि विज्ञान उत्सव 2025 में रोचक गतिविधियां
इस विज्ञान उत्सव का आयोजन एसपीएसटीआई, गुजविप्रौवि और हरियाणा स्टेट काउंसिल फॉर साइंस इनोवेशन एंड टेक्नोलॉजी द्वारा जिला प्रशासन के सहयोग से किया जा रहा है।
प्रमुख कार्यक्रम:
✅ प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता – 32 टीमों ने भाग लिया
✅ पोस्टर बनाओ प्रतियोगिता – 75 विद्यार्थियों की भागीदारी
✅ टेलीस्कोप मेकिंग कार्यशाला – अंतरिक्ष विज्ञान में रुचि बढ़ाने के लिए
✅ साइंस मैजिक शो – विज्ञान को मनोरंजक तरीके से समझाने के लिए
✅ स्काईवॉच कार्यक्रम – खगोलीय घटनाओं का अवलोकन
इस आयोजन में विज्ञान एवं तकनीक से संबंधित मॉडल्स की प्रदर्शनी भी लगाई गई, जहां विद्यार्थियों ने अपने नवाचार और वैज्ञानिक सोच को प्रस्तुत किया।