कई बार हमें लगता है कि हम योग्य हैं और हमारा अनुभव भी अच्छा है, लेकिन एक अच्छे रिज्यूमे के न होने कारण नौकरी नहीं मिलती। इसका कारण वो गलतियाँ हो सकती हैं जिन्हें हम रिज्यूमे में छोड़ देते हैं। रिज्यूमे का अर्थ है ‘नौकरी चाहने वाले की संक्षिप्त जानकारी’। रिज्यूमे वह दस्तावेज़ है, जो आपकी योग्यता एवं अनुभव को एक संक्षिप्त तथा प्रभावशाली रूप से प्रस्तुत करता है। अगर आपका रिज्यूमे स्पष्ट एवं उद्देश्यपूर्ण है तो नौकरी पाना आपके लिए बहुत आसान हो जाता है।
सबसे पहले एक मार्केटर की तरह सोचें
जब भी कभी रिज्यूमे की बात आती है, तो एक मार्केटर की तरह सोचें तथा यह समझे कि नियोक्ता एक संभावित खरीदार है, और आप ‘उत्पाद’ हो। आपका रिज्यूमे एक मार्केटिंग टूल है, और इसका मुख्य उद्देश्य आपको संभावित नियोक्ताओं को बेचना है। उन्हें उसी तरह से आपको चुनने के लिए लुभाएं जैसे मक्डॉनल्ड ग्राहकों को अपना बर्गर चुनने के लिए लुभाता है या वॉलमार्ट खरीदारों को अपना स्टोर चुनने के लिए लुभाता है। दूसरे शब्दों में, नियोक्ता की जरूरतों को, समस्याओं को और प्रेरणाओं का पता लगाएं, फिर उन्हें दिखाएं कि आप उनके लिए कैसे एक सही समाधान हैं।
रिज्यूमे तैयार करते समय किन बातों का ध्यान रखें ?
- जहां तक हो सके अपने रिज्यूम को रीडर फ्रेंडली बनाएं। इसे बहुत लंबा न बनाएं और इसे एक से दो पेज तक ही सीमित रखें, क्यूंकि रिज्यूमे जितना सीमित, स्पष्ट एवं रीडर फ्रेंडली होगा उतना ही चयनकर्ता को आसानी होगी |
- रिज्यूमे का डिजाइन ऐसा होना चाहिए जो बाकी सभी से अलग हो ,ताकि रिज्यूमे देखने वाले पर आपका अच्छा प्रभाव पड़े और वह रिज्यूमे को ध्यान से पढ़े |
- रिज्यूमे में कृपया अपने संपर्क, ईमेल आईडी, शहर के नाम की पूरी जानकारी स्पष्ट शब्दों में दें।
- रिज्यूमे में उन प्रमुख शक्तियों पर ध्यान केंद्रित करें जिनके उपयोग से आप संगठन की मदद कर सकते हैं। इससे आपके नौकरी के लिए चुनाव के आसार बढ़ सकते है
- रिज्यूमे में अपनी योग्यता और प्रोफ़ाइल का सारांश बनाएं ,इसे बहुत लंबा न बनाएं | रिज्यूमे लम्बे होने के कारण आपकी मुख्य योग्यता पर ध्यान केंद्रित करने में चयनकर्ता को कठिनाई हो सकती है |
- रिज्यूमे तैयार करते समय कालानुक्रमिक क्रम में अपने अनुभव का उल्लेख करें। यदि आपके पास अनुभव नहीं है, तो अपने कौशल का उल्लेख करें, इससे चयनकर्ता पर अच्छा प्रभाव पड़ेगा |
- अपने शौक और रुचि अनुभाग को छोटा रखें।
- स्पेलिंग मिस्टेक्स और ग्रामर का विशेष रूप से ध्यान रखें। यहां तक कि अगर आपको लगता है कि आपका रिज्यूमे त्रुटि रहित है, तो भी इसे किसी एक्सपर्ट से जरूर चेक करवा लें।
- यदि आप पिछले संगठन में एक टीम लीडर थे, तो इस जानकारी का उल्लेख करें और पिछली कंपनी को आपसे क्या लाभ हुआ है, इससे आपके नौकरी के लिए चुनाव के आसार बढ़ सकते है ।
- अनुरोध पर संदर्भ प्रदान किए जा सकते हैं – आपको सन्दर्भ में उनके संपर्क विवरण शामिल करने की आवश्यकता नहीं है।
रिज्यूमे तैयार करते समय क्या न करें का विशेष रूप से ध्यान रखें!
- रिज्यूमे में कभी भी गलत जानकारी न दें, इससे रिज्यूमे देखने वाले पर गलत प्रभाव पड़ता है और नौकरी के लिए आपका चुनाव होना मुश्किल हो सकता है |
- रिज्यूमे में व्यक्तिगत प्रोमो (I, my, me) का प्रयोग न करें। कभी भी उचित टेक्स्ट ब्लॉक का उपयोग न करें।
- रिज्यूमे में कर्तव्य शामिल, जिम्मेदारी शामिल, के लिए जिम्मेदार जैसे अभिव्यक्तियों का उपयोग न करें।
- रिज्यूमे तैयार करते समय ध्यान रखें कि बहुत पुराने अनुभव के बारे में बहुत अधिक जानकारी ना लिखें |
- रिज्यूमे में अपने हाइलाइट्स, वर्तमान वजन, पिछले बॉस का नाम, पिछला वेतन आदि के बारे में जानकारी देने से बचें।
- रिज्यूमे में अपने शौक और किसी भी बेकार की जानकारी को फिर से शुरू न करने दें, इससे आपका प्रभाव गलत पड़ सकता है ।
- उन स्किल्स और जॉब एक्टिविटीज का जिक्र न करें जो जॉब प्रोफाइल से मेल नहीं खाती हैं।
- कभी भी अपना रेज़्यूमे को वर्ड के रूप में न भेजें, हमेशा पीडीएफ के रूप में रिज्यूमे को भेजना ज्यादा फायदेमंद होता है।
- शब्दों में अथवा वाक्यों में कभी भी विसंगति न हो। यदि एक शीर्षक बोल्ड है, तो अन्य शीर्षक बोल्ड होने चाहिए। यदि एक बुलेट बिंदु के अंत में एक अवधि है, तो अन्य बुलेट बिंदुओं में भी ऐसा ही होना चाहिए।
- हर कंपनी में एक जैसा रिज्यूमे न भेजे, हमेशा रिज्यूमे में कंपनी की जरुरत के हिसाब से बदलाव करना बेहतर होता है।
अंत में स्वयं को समीक्षक मानकर सवाल पूछें जैसे “क्या यह रिज्यूमे मुझे इस नौकरी के लिए सर्वश्रेष्ठ उम्मीदवार के रूप में चित्रित करता है?” और “क्या यह बायोडाटा आकर्षक है?” यदि किसी भी प्रश्न का उनका उत्तर नहीं है, तो वापस जाएं और अपना बायोडाटा संशोधित करें।