हरियाणा के नए मुख्यमंत्री के चुनाव के लिए बीजेपी ने अमित शाह को ऑब्जर्वर लगा दिया है। उनके साथ मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव भी रहेंगे। भाजपा हाईकमान ने 2022 के बाद अमित शाह को पहली बार किसी राज्य में विधायक दल का नेता चुनने के लिए ऑब्जर्वर बनाया है। मार्च-2022 में शाह ऑब्जर्वर बनकर यूपी गए थे। हरियाणा के नए मुख्यमंत्री का शपथग्रहण समारोह 17 अक्टूबर को पंचकूला में होगा। उससे पहले 16 अक्टूबर को चंडीगढ़ में विधायक दल की मीटिंग बुलाई गई है जिसमें दोनों ऑब्जर्वर मौजूद रहेंगे।
यूं तो भाजपा ने हरियाणा चुनाव में कार्यवाहक मुख्यमंत्री नायब सैनी को मुख्यमंत्री चेहरा बनाया था लेकिन अब विधायक दल की मीटिंग
से पहले अमित शाह को ऑब्जर्वर लगाए जाने से कई तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं। हरियाणा चुनाव में अमित शाह के सीधे दखल कायह पहला मामला नहीं है। इससे पहले शाह ने ही पंचकूला के एक प्रोग्राम में नायब सैनी को सीएम चेहरा घोषित किया था। टिकट बंटवारे के दौरान भी शाह आखिरी वक्त तक एक्टिव रहे।
यहां तक कि अहीरवाल बेल्ट में केंद्रीय राज्यमंत्री राव इंद्रजीत सिंह के कट्टर विरोधी राव नरबीर सिंह तो सीधे अमित शाह से मिलकर टिकट ले आए थे। राव नरबीर बादशाहपुर सीट से विधायक बन चुके हैं और उनके मंत्री बनने के भी चांसेज हैं। यही नहीं, चुनाव से पहले जब टिकटों का बंटवारा लगभग हो चुका था और केंद्रीय चुनाव समिति में 67 नाम फाइनल हो गए थे, तब शाह ही थे जिन्होंने हरियाणा के नेताओं को दोबारा सर्वे करने के लिए कहा था। उसके बाद नए सिरे से ग्राउंड से फीडबैक कराया गया और उसके बाद टिकटों का ऐलान हुआ। इसका असर रिजल्ट में भी दिखा जहां कांग्रेस की लहर से जुड़े तमाम दावों को झुठलाते हुए बीजेपी ने 90 सीटों वाली विधानसभा
अपने बूते 48 सीटें जीत लीं।