मानसिक रूप से विक्षिप्त महिलाओं के पुनर्वास में कैमरी रोड स्थित शैशव कुंज मन्दबुद्धि महिला आश्रम प्रमुख भूमिका निभा रहा है | हाल ही में मानसिक रूप से परेशान ममता नाम की महिला को नारनौद पुलिस ने शैशव कुंज मन्दबुद्धि महिला आश्रम में छोड़ा था | महिला को याददाश्त जाने की वजह से कुछ भी याद नहीं था |
शैशव कुंज मन्दबुद्धि महिला आश्रम ने उसकी देखभाल की, सीएमसी अस्पताल की डॉ. अदिति पोपली से परामर्श किया और जांच के तहत कुछ दिनों में ममता ठीक हो गई। उसे 21 फरवरी को उसके परिवार के सदस्य को सौंप दिया गया।
श्रीमती पंकज संधीर, संरक्षक, शैशव कुंज मन्दबुद्धि महिला आश्रम ने बताया, ”ममता 2 फरवरी को आश्रम आई थीं. हमने उसकी देखभाल की, डॉ. अदिति पोपली से परामर्श किया और उचित देखभाल और दवाओं के साथ, जब उसकी याद्दाश्त वापस आने लगी तो उसने बताया उसका घर आज़ाद नगर में है और वो शादीशुदा है, हमने उसके पति को बुलाया और ममता को सौंप दिया।
शैशव मन्दबुद्धि महिला आश्रम की निदेशक विजय भृगु ने बताया, ”यह आश्रम मानसिक रूप से विक्षिप्त महिलाओं के लिए काम कर रहा है. इस समय आश्रम में 20 महिलाएं हैं और 6 को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई है। हम महिलाओं के पुनर्वास के लिए काम करते हैं और उन्हें देखभाल, आश्रय और दवाएं प्रदान करते हैं।