निवर्तमान मेयर गौतम सरदाना ने बतौर निर्दलीय प्रत्याशी अपनी ताल ठोकने के साथ ही आक्रामक तेवर दिखाने आरंभ कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि हिसार के लोग बड़े ही स्वाभिमानी है, ओर वो थोपे गए विधायक को इस बार सत्ता सौंपने की बजाय घर भेजने का काम करेगी। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि हिसार व हिसार वासियों का बात-बात पर अपमान करने वाले जीत का सपना छोड़कर राजनीति से संन्यास लेने की तैयारी कर ले।
गौतम सरदाना वीरवार दोपहर हो बतौर निर्दलीय उम्मीदवार अपना नामांकन भरने से अपने समर्थकों को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान निर्वतमान मेयर गौतम सरदाना ने कहा कि हिसार मेरा घर है। हिसार की हर समस्याओं को मैं भलीभांति जानता हूं। उन्होंने कहा कि पिछले दस वर्ष तक हिसार शहर व हिसार वासियों का अपमान करने वाले नेता इस बार अपना बोरिया बिस्तर बांध ले। उन्होंने कहा कि मेयर रहते हुए उन्होंने हिसार शहर का बहुत विकास करवाया है। मगर वो ये भी मानते हकि क्षेत्रीय विधायक/मंत्री की बेरुखी के कारण हिसार शहर को वो मुकाम नहीं दिला पाए, जिसके हम हकदार थे। इस दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि शहर की जनता ड्राइंग रूम की राजनीति करने वालों की बजाय अपने बेटे का आर्शीवाद देगी। इस दौरान उन्होंने हिसार वासियों का आह्वान किया कि जो कमी 2009 में रह गई थी, वो इसबार 2024 के चुनावों में पूरी करनी है। ध्यान हो कि वर्ष 2009 में बतौर निर्दलीय उम्मीदवार विधानसभा का चुनाव लड़ चुके हैं। यह उनका पहला चुनाव था और उस समय उनकी टक्कर पूर्व मंत्री सावित्री जिंदल से थी। तक गौतम सरदाना को 18,138 वोट मिले थे। तब वो मामूली अन्तर से ही चुनाव हार गए थे। इसके से ही गौतम सरदाना बतौर मेयर कार्य जरकरते रहे हो, मगर उनका निशाना विधानसभा चुनाव ही था। तब से लेकर अब तक वो अपने समर्थकों को एकजुट करके चल रहे थे। इस दौरान सुरेंद्र बजाज, राजकुमार बजाज, नरेंद्र गांधी, विकास, राजपाल, टीनू आहूजा, दीपक जैन, अनिल सिंगल, अभिनय बिश्नोई, दीपक महिपाल, विजय गर्ग सहित उनके सैंकड़ों साथी व समर्थक मौजूद रहे।