बच्चों को बुजुर्गों की दिनचर्या से अवगत करवाने और उनके अनुभवों से रूबरू करवाने के लिए मोगा देवी मिंडा मेमोरियल स्कूल के विद्यार्थियों को मोक्ष वृद्धाश्रम का भ्रमण करवाया गया। यहां पहुंचकर बच्चों ने बुजुर्गों से मुलाकात करके अपने विचार साझा किए। इस दौरान विद्यार्थियों ने भजन सुनाकर समां बांध दिया और बच्चों की आत्मीयता ने बुजुर्गों को भावविभोर कर दिया।

दरअसल आधुनिकता की इस भागदौड़ भरी जिंदगी में संयुक्त परिवार टूटते जा रहे हैं और उनकी जगह एकल परिवारों का आधिपत्य होता जा रहा है। ऐसी स्थिति में बच्चे दादा-दादी, ताऊताई, चाचा-चाची व नाना-नानी आदि के स्नेह से वंचित होते जा रहे हैं। इसलिए विद्यार्थियों को अपनेपन का एहसास करवाने के लिए कैमरी रोड स्थित मोक्ष वृद्धाश्रम का अवलोकन करवाया गया।

इस दौरान अनिल पूनिया, नरेश व रेखा विशेष रूप से उपस्थित रहे। विद्यार्थियों के मोक्ष वृद्धाश्रम में पहुंचने पर पूरा माहौल ऊर्जावान हो गया। जहां बुजुर्गप्रफुल्लित दिखाई दिए, वहीं बच्चे भी काफी उत्साहित थे। यहां पर बच्चों ने बुजुर्गों के साथ जलपान भी ग्रहण किया। बच्चों ने भ्रमण करने के उपरांत कहा कि उन्हें यहां आकर जो स्नेह व अपनापन मिला, उसे वे कभी भूल नहीं पाएंगे। मोक्ष वृद्धाश्रम की संरक्षक माता पंकज संधीर व प्रधान विजय भृगु ने बताया कि मोक्ष वृद्धाश्रम में बुजुर्गों का रहना, खाना व इलाज निशुल्क किया जाता है।

मोक्ष वृद्धाश्रम के संचालन में समाज के विभिन्न वर्गों का विशेष योगदान रहता है। बहुत से परिवार जन्मदिन, सालगिरह या त्योहार यहां आश्रम में पहुंचकर बुजुर्गों के साथ मिलकर मनाते हैं। इसी भांति विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों के विद्यार्थी भी यहां भ्रमण करके बुजुर्गों से मुलाकात करते हैं।
