भगवान परशुराम जन सेवा समिति के तत्वाधान में न्यू ऋषि नगर स्थित ब्रह्म संस्कृत पाठशाला में भगवान परशुराम की जयंती के उपलक्ष्य में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता समिति के मुख्य संरक्षक एच.के. शर्मा ने की, जबकि पूर्व पार्षद पंकज दिवान, पिंकी शर्मा और सुशील शर्मा विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहे। संगोष्ठी में उपस्थित सभी सदस्यों ने भगवान परशुराम को श्रद्धापूर्वक स्मरण करतेहुए उनके दिखाए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया। संगोष्ठी के उपरांत तलाकी गेट स्थित भगवान परशुराम चौक पर जयंती उत्सव धूमधाम से मनाया गया, जिसमें बड़ी संख्यामें श्रद्धालु एकत्र हुए। मुख्य संरक्षक एच.के. शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि भगवान परशुराम भगवान विष्णु के छठे अवतार हैं और उनका जन्मोत्सव पूरे देश में श्रद्धा व उल्लास के साथ मनाया जाता है। उन्होंने कहा, “आज का दिन वीरता, सत्य, धर्मनिष्ठा और अनुशासन जैसे गुणों की प्रेरणा देता है।”
परशुराम जी को बताया सनातन धर्म का पथप्रदर्शक
समिति के संस्थापक योगेन्द्र शर्मा ने कहा कि भगवान परशुराम का जन्म प्रदोष काल में माता रेणुका और ऋषि जमदग्नि के घर हुआ था। वह भगवान शिव के परम भक्त और चिरंजीवी मानेजातेहैं। उन्होंनेजीवनभर अन्याय के खिलाफ संघर्षकिया और हमेशा न्याय का साथ दिया।
युवाओं ने दिखाई सक्रिय भागीदारी
कार्यक्रम में समिति की युवा इकाई के अनेक कार्यकर्ताओं ने भी उत्साहपूर्वक भाग लिया और भगवान परशुराम के विचारों को समाज में प्रचारितप्रसारित करने का संकल्प लिया।
 
		 
									 
					