जिले की दो होनहार बहनों ने अपनी असाधारण प्रतिभा और मेहनत के दम पर न केवल अपने माता-पिता का, बल्कि महर्षिदयानंद विश्वविद्यालय (एम.डी.यू.) और पूरे हरियाणा का नाम गर्वसे ऊँचा कर दिया है। विधि संकाय की छात्रा अंकिता पांडेय और होटल मैनेजमेंट की छात्रा बंदिता सुमन को हाल ही में एम.डी.यू. के स्थापना समारोह में हरियाणा के राज्यपाल महामहिम बंडारू दत्तात्रेय द्वारा सम्मानित किया गया। दोनों बहनों की उपलब्धियों की सूची लंबी और प्रेरणादायक है। अंकिता पांडेय ने न केवल जिला स्तरीय युवा छात्र संसद प्रतियोगिता में जीत हासिल की, बल्कि हरियाणा विधानसभा में अपने विचार प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किए। विधानसभा अध्यक्ष हरविंद्र कल्याण ने अपने उद्बोधन में अंकिता का विशेष उल्लेख किया। वहीं, राष्ट्रीय स्तर पर ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी एसोसिएशन द्वारा आयोजित भाषण प्रतियोगिता में अंकिता विजेता बनीं। इसके अतिरिक्त, जेएनयू दिल्ली के आईआईएम कार्यक्रम में उन्हें बेस्ट स्पीकर अवार्ड के साथ नकद पुरस्कार भी मिला। बंदिता सुमन भी अपनी बहन से किसी मायने में पीछे नहीं रहीं। एन.सी.सी. में उन्हें बेस्ट कैडेट अवार्ड मिला। साथ ही, ड्रैगन बोट और डोजवांल जैसे खेलों में राष्ट्रीय स्तर पर उन्होंने कई स्वर्ण पदक हासिल किए। विश्वविद्यालय की विभिन्न सांस्कृतिक गतिविधियों में भी दोनों बहनों की सक्रिय और उल्लेखनीय भागीदारी रही। इन उपलब्धियों को देखते हुए एम.डी.यू. के स्थापना समारोह में
महामहिम राज्यपाल ने दोनों बहनों को विशेष रूप से सम्मानित किया। इस अवसर पर प्रदेश के शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा और कुलपति
प्रो. राजबीर सिंह ने भी अंकिता की प्रशंसा करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। अंकिता और बंदिता, हांसी निवासी अधिवक्ता अर्चना पांडेय और संस्कृत प्रवक्ता मुरलीधर पांडेय की पुत्रियां हैं।
अपनी बेटियों की इस शानदार सफलता पर माता-पिता ने कहा कि उन्हें अपनी पुत्रियों पर गर्व है और वे चाहते हैं कि हर माता- पिता को ऐसी संतान मिले जो न केवल परिवार बल्कि पूरे समाज को गौरवांवित करें। इन दोनों बहनों की यह उपलब्धि युवाओं के लिए प्रेरणा है कि कड़ी मेहनत, समर्पण और लगन से कोई भी ऊँचाई हासिल की जा सकती है।
