- हिसार एयरपोर्ट पर एंट्री बंद, युद्ध जैसी स्थिति से निपटने की तैयारी में जुटा प्रदेश प्रशासन
ऑपरेशन ‘सिंदूर’ के बाद हरियाणा पूरी तरह से हाई अलर्ट मोड पर आ गया है। राज्य सरकार ने संभावित आपात स्थिति को देखते हुए बड़ा फैसला लेते हुए सभी जिलों को अलर्ट पर रखा है। पंचायती विभाग ने प्रदेश के हर गांव में सायरन सिस्टम लगाने का आदेश जारी किया है ताकि आपातकालीन सूचनाएं तेजी से ग्रामीण क्षेत्रों में प्रसारित की जा सकें। इसके साथ ही स्वास्थ्य, पुलिस और फायर ब्रिगेड विभाग के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियां तत्काल प्रभाव से रद्द कर दी गई हैं। सभी को अपने-अपने मुख्यालयों में रहने का निर्देश दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग ने 8 मई को एक पत्र जारी कर स्पष्ट किया है कि बिना महानिदेशक की अनुमति कोई भी कर्मचारी छुट्टी नहीं ले सकेगा।
हिसार एयरपोर्ट पर कड़ी सुरक्षा, आमजन के लिए एंट्री बंद
हिसार एयरपोर्ट पर सुरक्षा के मद्देनज़र यात्रियों और आमजन की एंट्री पर रोक लगा दी गई है। एयरपोर्ट डायरेक्टर प्रशांत फुलमरे ने बताया कि नागरिक उड्डयन महानिदेशालय से आगे के फ्लाइट संचालन को लेकर दिशा-निर्देश मांगे गए हैं। कल की हिसार से अयोध्या और दिल्ली की फ्लाइट्स को लेकर स्थिति जल्द स्पष्ट की जाएगी।
अस्पतालों में 25% बेड इमरजेंसी के लिए आरक्षित
सरकार ने सभी सरकारी और निजी अस्पतालों को निर्देश दिए हैं कि वे 25% बैड इमरजेंसी के लिए आरक्षित रखें। साथ ही दवाइयों, ऑक्सीजन सिलेंडर, वेंटिलेटर और अन्य जरूरी उपकरणों का पर्याप्त भंडारण सुनिश्चित करने को भी कहा गया है। स्वास्थ्य विभाग ने राज्य भर के सीएमओ को पत्र जारी कर अलर्ट पर रहने के लिए कहा है।
मॉक ड्रिल और ब्लैकआउट से परखी गई तैयारियां
एक दिन पहले ही प्रदेश में संभावित आपात स्थिति से निपटने के लिए मॉक ड्रिल और ब्लैकआउट अभ्यास किया गया था। इस अभ्यास के
दौरान प्रशासनिक मशीनरी की युद्धस्तर पर तैयारियों को परखा गया। अब गांवों में सायरन सिस्टम लगाए जाने से ग्रामीण क्षेत्रों में भी सतर्कता और जागरूकता बढ़ाने की कोशिश की जा रही है।
प्रशासन पूरी तरह चौकन्ना, हालात पर लगातार निगरानी
हरियाणा सरकार की ओर से यह स्पष्ट किया गया है कि हालात पूरी तरह नियंत्रण में हैं, लेकिन एहतियात के तौर पर प्रशासन ने अपनी तैयारियों को पुख्ता करना शुरू कर दिया है। जिला प्रशासन, पुलिस और चिकित्सा विभागों को निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी
प्रकार की आपात स्थिति से निपटने में कोई कोताही न बरती जाए।
