हरियाणा सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री डॉ. कमल गुप्ता ने आज नई दिल्ली स्थित राष्ट्रपति भवन में भारत की महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से शिष्टाचार भेंट की। इस अवसर पर उनके परिवार के सदस्य भी उनके साथ उपस्थित रहे। मुलाकात सौहार्द्रपूर्ण वातावरण में हुई, जहां
राष्ट्रपति ने आत्मीयता के साथ डॉ. गुप्ता से लम्बी बातचीत की और राज्य के विकास कार्यों में उनकी सक्रिय भूमिका की सराहना की। डॉ. कमल गुप्ता ने राष्ट्रपति को हरियाणा के हिसार जिले के समीप स्थित अग्रोहा क्षेत्र में प्रस्तावित “अग्रोहा ग्लोबल सिटी” की योजना की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व वाली भूमि है, जिसे महाराजा अग्रसेन और अग्रवाल समाज की पुण्यभूमि के रूप में जाना जाता है। उन्होंने कहा कि प्रस्तावित ग्लोबल सिटी को 25 किलोमीटर की परिधि में 18 सेक्टरों में विकसित किया जाएगा। इस परियोजना का उद्देश्य एक अत्याधुनिक, पर्यावरण-अनुकूल और सांस्कृतिक दृष्टि से समृद्ध नगरी का निर्माण करना है। यहां मेडिकल, एजुकेशन, पर्यटन और व्यापारिक विकास की असीम संभावनाएं हैं। मुख्यमंत्री को इस संबंध में प्रस्ताव पहले ही भेजा जा चुका है। डॉ. गुप्ता ने राष्ट्रपति से अनुरोध किया कि वे इस योजना को मूर्त रूप देने हेतु अपनी ओर से पहल करें।
अग्रोहा ग्लोबल सिटी और एयरपोर्ट योजना पर की चर्चा, राष्ट्रपति ने दिए सहयोग के संकेत
डॉ. कमल गुप्ता ने महामहिम राष्ट्रपति को हाल ही में शुरू हुए महाराजा अग्रसेन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की जानकारी भी दी। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले महीने इस एयरपोर्ट से उड़ानों का उद्घाटन किया। पहली उड़ान अयोध्या की श्रीराम जन्मभूमि के लिए शुरू की गई है और आगे चलकर अहमदाबाद, जयपुर, चंडीगढ़ सहित कई अन्य शहरों के लिए उड़ानें आरंभ की जाएंगी। इससे न केवल क्षेत्रीय संपर्क सुदृढ़ होगा, बल्कि हिसार व अग्रोहा क्षेत्र के आर्थिक, सामाजिक और पर्यटन विकास को भी गति मिलेगी। उन्होंने यह भी बताया कि वर्ष 2014 में विधायक बनने के बाद उन्होंने इस परियोजना की कल्पना की थी, जो अब साकार हो चुकी है। उन्होंने इसे अपने राजनीतिक जीवन की बड़ी उपलब्धि बताया।
राष्ट्रपति ने दी शुभकामनाएं और किया सहयोग का आश्वासन
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने डॉ. गुप्ता की बातों को ध्यानपूर्वक सुना और उन्हें इन प्रयासों के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि वे राष्ट्र के सर्वोच्च पद पर रहते हुए यदि किसी प्रकार का सहयोग कर सकेंगी, तो अवश्य करेंगी। यह मुलाकात केवल एक औपचारिकता नहीं, बल्कि हरियाणा की बड़ी विकास परियोजनाओं को राष्ट्रीय स्तर पर समर्थन दिलाने की दिशा में एक अहम कदम साबित हो सकती है। राष्ट्रपति का उत्साहवर्धक रवैया इस दिशा में आने वाले समय में सकारात्मक संकेत देने वाला है।
