हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने शहरों में स्वच्छता पर जोर देते हुए अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि आगामी एक माह में शहरों में सफाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जाए। किसी भी शहर में कूड़े-कचरे के ढेर नहीं दिखाई दिए जानेचाहिएं। सरकार का लक्ष्य स्वच्छता सर्वेक्षण रैंकिंग में हरियाणा को टॉप रैंकिंग में लाना है।
इसलिए सभी को एक टीम की तरह मिलकर जिम्मेवारी के साथ काम करने की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री आज यहां शहरी स्थानीय निकाय विभाग द्वारा क्रियान्वित की जा रही विभिन्न परियोजनाओं की समीक्षा के लिए जिला नगर आयुक्तों (डीएमसी) और नगर निगम आयुक्तों (एमसी) के साथ एक अहम बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में शहरी स्थानीय निकाय मंत्री श्री विपुल गोयल भी मौजूद रहे। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने समाधान शिविर की प्रगति, सफाई अभियान, आवारा पशु मुक्त शहर बनाने, संपत्ति आईडी, स्वामित्व योजना, कॉलोनियों के नियमितीकरण, पीएम स्वनिधि योजना, सड़कों की मरम्मत और विकास कार्यों की समीक्षा की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरुग्राम को स्मार्ट सिटी बनाना राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है, इसलिए अधिकारी गुरुग्राम में सफाई से जुड़े कार्यों में तेजी लाने के लिए पूरी तत्परता से काम करें। स्वच्छता अभियान में अच्छा काम करने वाले नगर निकायों को सम्मानित भी किया जाएगा। गलियों में जलभराव की समस्या के समाधान के संबंध में निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जब तक ड्रेनेज सिस्टम से संबंधित परियोजनाएं पूरी नहीं हो जाती, तब तक संबंधित अधिकारी सबसे पहले गलियों से पानी की समय पर निकासी करने पर जोर दें। उन्होंने कहा कि यदि कोई एजेंसी नालों की सफाई या सफाई व्यवस्था के काम में लापरवाही बरतती है तो उसे तुरंत ब्लैक लिस्ट किया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि यदि जरूरत पड़े तो सफाई कर्मचारियों की अतिरिक्त मैनपावर की जरूरत हरियाणा कौशल रोजगार निगम से पूरी की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नगर पालिकाओं, नगर निगमों और नगर परिषदों में स्ट्रीटलाइटें लगवाना और सफाई जैसी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाना प्रत्येक अधिकारी की प्राथमिकता होनी चाहिए, इसलिए इन परियोजनाओं से संबंधित कार्यों का समय पर निष्पादन सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों की जवाबदेही और जिम्मेदारी तय की जानी चाहिए। उन्होंने स्ट्रीट लाइटों की देखरेख और उन्हें समय पर बदलने के भी निर्देश दिए। नगर निकायों में सड़कों के सुदृढ़ीकरण के संबंध में निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि निकायों में किसी भी सड़क पर गड्ढे नहीं होने चाहिए। संबंधित अधिकारी सड़कों की मरम्मत की मॉनिटरिंग करें और पूरा कार्य तय समय में पूरा किया जाए। सड़कों की मरम्मत और रि-कारपेटिंग के कार्य में तेजी लाई जाए।बैठक में मुख्य सचिव डॉ टीवीएसएन प्रसाद, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव श्री राजेश खुल्लर, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री वी उमाशंकर, शहरी स्थानीय निकाय विभाग के आयुक्त एवं सचिव श्री विकास गुप्ता, निदेशक श्री यशपाल सहित अन्य अधिकारीउपस्थित थे।