सामाजिक व स्वास्थ्य सरोकारों से जुड़कर लाडली वेलफेयर चैरिटेबल ट्रस्ट ने मोहन नगर वर्धमान मंदिर में आंखों व कान का निशुल्क मेगा कैम्प आयोजित किया। संस्था के आयोजन के कैंप से 275 लोगों ने इस शिविर का लाभ उठाया। कैम्प की शुरुआत के स्वामी रामस्वरूप, लाडली वेलफेयर चैरिटेबल ट्रस्ट से जुड़े समाजसेवियों, सीनियर नागरिकों, समाज अग्रजों मैनपाल, प्रमुख समाजसेवी श्यामलाल, राकेश राठौर, राजकुमार पुजारी, राम चान्देल, समाजसेवी सरस्वत चड्ढा, विपिन सिंगला, सुभाष बिश्नोई, मंदिर ट्रस्ट से जुड़े मनीष व मंदिर परिवार से जुड़े हरि गोपाल व अन्य गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति में की गई।
इस शिविर को वरिष्ठतम नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉक्टर अमित अत्री द्वारा संचालित किया गया। जिसमें नेत्रों की समस्त समस्याओं का समाधान, बीपी, शुगर, मोतियाबिंद की जांच, कान की सुनने की क्षमता की जांच, व ट्राई ऑडियोलॉजी टेस्ट जैसे समस्त चैकअप निशुल्क किए गए। शिविर का संचालन संस्था के मुख्य संयोजक अशोक कश्यप व अध्यक्ष विक्रांत गुप्ता की देखरेख में किया गया। संस्था की सचिव पूजा गुप्ता व टीम सदस्यों ने शिविर को सुचारु रूप से संचालित किया।
लाडली वेलफेयर चैरिटेबल ट्रस्ट की सक्रिय भूमिका
शिक्षा निरक्षरता मिटाने के साथ-साथ लाडली वेलफेयर चैरिटेबल ट्रस्ट सामाजिक कार्यों में निरंतर सक्रिय भूमिका निभा रहा है। ट्रस्ट द्वारा असहाय परिवारों की आर्थिक मदद व चिकित्सा शिविर आयोजित किए जाते हैं। हिन्दूवादी संस्था के प्रमुख अंग के रूप में कार्यरत लाडली वेलफेयर चैरिटेबल ट्रस्ट के सदस्य समय-समय पर सामाजिक गतिविधियों को लेकर योजनाएं बनाते रहते हैं। इनमें वृक्षारोपण, पौधारोपण, रक्तदान शिविर, सिलाई प्रशिक्षण केंद्र, भजन मंडली, कीर्तन, जनजागरूकता अभियान व जीवन उद्धारों को लेकर कार्यों में उत्साहपूर्वक भाग लिया जाता है।
डॉ. दीपक समन्वयक, सामाजिक कार्यकर्ता शीलम शर्मा, अनिल वर्मा, विक्रांत गुप्ता, मनीष बंसल, गौरव गोयल, राकेश राठौर, दिनेश शर्मा, कृष्ण कुमार, किरण राठौर, पूनम शर्मा, पूजा गुप्ता, श्याम सिंगला, सुभाष बिश्नोई, मनोज बिश्नोई, पवन सरस्वत चड्ढा, अमित गर्ग, मनीष गर्ग, विनोद सिंगला, दीपक अग्रवाल, गौरव शर्मा, विनोद गुप्ता, मनोज गोयल, नरेंद्र गोयल, यश गुप्ता, सनी गोयल, सतीश गुप्ता, महेश गोयल, सोनू गोयल, अमित वर्मा, अरुण सिंगला, अमित जिंदल, दिनेश गोयल, विजय गोयल, सोनू गर्ग, संजीव गोयल आदि ने सहयोग किया।