प्रदेश में इस वर्ष लगाए जाएंगे 2 करोड़ 10 लाख पौधे, अवैध कटाई रोकने के लिए कड़े कदम
हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने सोमवार को यमुनानगर के कलेसर में आयोजित राज्य स्तरीय वन महोत्सव में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। इस अवसर पर उन्होंने पौधारोपण कर प्रकृति के प्रति अपनी आस्था प्रकट की और वन विभाग के नव निर्मित विश्राम गृह का उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री ने इससे पूर्व कालेश्वर महादेव मठ मंदिर में पूजा अर्चना कर प्रदेशवासियों की सुखसमृद्धि की कामना भी की। मुख्यमंत्री श्री सैनी ने कहा कि जीवन का आधार प्रकृति है और इसका संरक्षण हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। वन महोत्सव हमें याद दिलाता है कि आधुनिकता की दौड़ में हम प्रकृति के साथ तालमेल बनाकर ही आगे बढ़ें। उन्होंने कहा, ‘‘जब हम एक पेड़ लगाते हैं, तो जीवन का एक स्रोत रोपित करते हैं और एक नई उम्मीद पैदा करते हैं।’’ मुख्यमंत्री ने बताया कि कलेसर सिर्फ पर्यावरण की दृष्टि से ही महत्वपूर्ण नहीं, बल्कि पर्यटकों, प्रकृति प्रेमियों और ट्रैकिंग करने वालों के लिए भी आकर्षक स्थल है। सरकार कालका से लेकर कलेसर तक के क्षेत्र को पर्यटन हब के रूप में विकसित कर रही है, जिससे रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान से प्रेरित होकर प्रदेश में बड़े पैमाने पर पौधारोपण हो रहा है। पहले चरण में लक्ष्य से अधिक 1 करोड़ 87 लाख पौधे लगाए गए थे। अब दूसरे चरण में 90 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके अलावा अन्य योजनाओं के तहत 1 करोड़ 20 लाख पौधे और लगाए जाएंगे, जिससे इस साल कुल 2 करोड़ 10 लाख पौधारोपण होगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि वन विभाग को अवैध कटाई रोकने और वन्यजीवों के संरक्षण के लिए विशेष निर्देश दिए गए हैं। कलेसर नेशनल पार्क में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं, जहां हाल ही में 8 से 10 हाथियों के समूह को देखा गया। इसके साथ ही बनसंतोर में हाथियों का पुनर्वास किया गया है।
जल संरक्षण के लिए बनाए गए बांध
मुख्यमंत्री ने कहा कि दक्षिण हरियाणा में हरित अरावली कार्य योजना की शुरुआत की गई है, जो चार राज्यों के 29 जिलों में लागू होगी, जिनमें हरियाणा के पांच जिले भी शामिल हैं। शिवालिक क्षेत्र में जल संरक्षण के लिए बनाए गए बांध न सिर्फवन्यजीवों को पानी उपलब्ध कराएंगे, बल्कि भूमिगत जल स्तर में सुधार भी करेंगे।
75 साल पुराने पेड़ों के लिए प्राणवायु देवता पेंशन योजना
मुख्यमंत्री श्री सैनी ने बताया कि 75 साल से अधिक आयु के वृक्षों के लिए ‘प्राणवायु देवता पेंशन योजना’ चलाई जा रही है, जिसके तहत प्रत्येक वृक्ष के रख-रखाव के लिए 3000 रुपये वार्षिक पेंशन दी जा रही है। अब तक 3800 वृक्षों के संरक्षकों को कुल 1 करोड़ रुपये की धनराशि वितरित की जा चुकी है।
2014 से अब तक लगाए गए 18 करोड़ पौध
मुख्यमंत्री ने बताया कि अक्टूबर 2014 से अब तक प्रदेश में लगभग 18 करोड़ पौधे लगाए जा चुके हैं। इन पौधों की वृद्धि पर नजर रखने के लिए जीओ टैगिंग और ड्रोन से नियमित मैपिंग की जा रही है, जिससे पांच वर्षों तक उनकी ग्रोथ पर निगरानी रखी जा सके।
पुस्तिकाओं का विमोचन कर जागरूकता की पहल
मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने ‘हरियाणा फॉरेस्ट न्यूज’ और ‘प्राणवायु देवता’ पुस्तिकाओं का विमोचन भी किया। उन्होंने कहा कि ये सिर्फ सूचना के साधन नहीं, बल्कि वन संरक्षण के प्रति समाज को जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण प्रयास हैं।
नेताओं का आह्वान: पेड़ लगाने के साथ देखभाल भी करें
प्रधानमंत्री मोदी द्वारा शुरू किए गए अभियान के सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं। विधायक श्री घनश्याम दास अरोड़ा ने आमजन से अपील की कि पेड़ लगाने के साथ कम से कम एक वर्ष तक उनकी देखभाल भी करें, ताकि पर्यावरण सुरक्षित रह सके।