- गुजरात के हंसलपुर संयंत्र से मारुति सुजुकी की पहली इलेक्ट्रिक कार ई-विटारा को दिखाई हरी झंडी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि भारत के पास वह सभी क्षमताएं हैं जो उसे 21वीं सदी में वैश्विक नेतृत्व दिला सकती हैं। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की शक्ति, विशाल जनसांख्यिकी लाभ और कुशल कार्यबल के कारण भारत विश्व का भरोसा जीत रहा है।
जापान को भी होगा भारत निर्मित कारों का निर्यात
गुजरात के हंसलपुर स्थित मारुति सुजुकी विनिर्माण संयंत्र से देश की पहली इलेक्ट्रिक कार ई-विटारा को हरी झंडी दिखाने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इस कार का निर्यात जापान समेत 100 से अधिक देशों में किया जाएगा। उन्होंने कहा, “आज सुजुकी जापान भारत में विनिर्माण कर रही है और यहां से बनी कारें जापान जा रही हैं। यह केवल भारतजापान संबंधों की मजबूती नहीं, बल्कि भारत पर दुनिया के विश्वास का प्रतीक भी है।
स्वदेशी हर भारतीय का जीवन मंत्र बने
मोदी ने स्वदेशी की परिभाषा स्पष्ट करते हुए कहा कि पैसा चाहे कोई भी लगाए, लेकिन काम भारतीयों का होना चाहिए। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भरता और स्वदेशी ही भारत की प्रगति का आधार है और यही सोच देश को वैश्विक नेतृत्व की दिशा में आगे बढ़ा रही है।
निवेशकों के लिए प्रतिस्पर्धा करें राज्य
प्रधानमंत्री ने सभी राज्यों से आह्वान किया कि वे निवेशकों को आकर्षित करने के लिए सुधार, सुशासन और विकासोन्मुखी नीतियों में प्रतिस्पर्धा करें। उन्होंने कहा, “देश में आने वाले निवेशक यह सोचने पर मजबूर हो जाएं कि आखिर किस राज्य का रुख करें। किसी भी राज्य को पीछे नहीं रहना चाहिए, हर राज्य को इस अवसर का लाभ उठाना चाहिए।
भारत की ओर देख रही पूरी दुनिय
मोदी ने कहा कि आज पूरी दुनिया भारत की ओर आशा और विश्वास के साथ देख रही है। ऐसे समय में देश का प्रत्येक नागरिक और हर राज्य, भारत की प्रगति और वैश्विक नेतृत्व की इस यात्रा में अपनी भूमिका निभाए।
राजनीतिक प्रभाव और विश्लेषण
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि प्रधानमंत्री मोदी का यह वक्तव्य केवल आर्थिक उपलब्धियों को रेखांकित करने तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें 2024 के बाद के भारत की राजनीतिक दिशा भी झलकती है। ‘21वीं सदी के नेतृत्व’ की बात करके मोदी एक ओर निवेशकों को भरोसा दिला रहे हैं तो दूसरी ओर घरेलू मतदाताओं को यह संदेश भी दे रहे हैं कि भारत अब विश्व पटल पर निर्णायक भूमिका निभाने जा रहा है। इसे आगामी राज्यों के चुनाव और 2029 के राजनीतिक परिदृश्य से भी जोड़कर देखा जा रहा है।
ऑटोमोबाइल सेक्टर पर संभावित असर
विशेषज्ञों का कहना है कि मारुति सुजुकी की ई-विटारा लॉन्चिंग भारत के इलेक्ट्रिक व्हीकल सेक्टर में मील का पत्थर साबित होगी। अभी तक भारतीय बाजार में टाटा, महिन्द्रा और एमजी जैसी कंपनियां इलेक्ट्रिक कारों में सक्रिय थीं, लेकिन मारुति की एंट्री से प्रतिस्पर्धा और तेज होगी। इसके परिणामस्वरूप एक ओर उपभोक्ताओं को सस्ती और टिकाऊ ई-कारें मिलने की संभावना बढ़ेगी, वहीं दूसरी ओर देश में चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर और ग्रीन एनर्जी निवेश को भी गति मिलेगी। उद्योग जगत का मानना है कि इस कदम से भारत न केवल घरेलू बाजार बल्कि वैश्विक ई-वी एक्सपोर्ट हब के रूप में भी उभर सकता है।
निष्कर्ष और भविष्य की संभावनाए
विश्लेषकों का मानना है कि प्रधानमंत्री मोदी का यह संदेश केवल आज की उपलब्धियों तक सीमित नहीं है, बल्कि भविष्य के भारत की दिशा तय करने वाला है। यदि राज्य सरकारें निवेश और नवाचार को बढ़ावा देने की होड़ में आगे आती हैं और ऑटोमोबाइल तथा इलेक्ट्रिक वाहन क्षेत्र में तकनीकी प्रगति जारी रहती है, तो भारत आने वाले दशक में दुनिया की ऊर्जा और परिवहन नीतियों को प्रभावित करने वाला अहम खिलाड़ी बन सकता है।