गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (गुजविप्रौवि), हिसार ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया है कि वह केवल शिक्षण संस्थान नहीं, बल्कि विद्यार्थियों के समग्र विकास और कल्याण के लिए समर्पित परिवार है। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरसीराम बिश्नोई ने स्पष्ट किया कि आर्थिक समस्याओं के चलते किसी भी विद्यार्थी की पढ़ाई नहीं रुकेगी। प्रो. बिश्नोई ने कहा, “विद्यार्थी हमारे लिए पहले हितधारक हैं। उनके हर दुख-दर्द को समझना और उसका समाधान करना हमारी नैतिक जिम्मेदारी है।” उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय गुरु जम्भेश्वर जी महाराज के सिद्धांतों को आत्मसात करते हुए एक ऐसा वातावरण बना रहा है जहां शिक्षा सभी के लिए सुलभ हो। कुलपति ने स्पष्ट किया कि यदि कोई विद्यार्थी उपरोक्त किसी भी योजना के दायरे में नहीं आता, तब भी “विशेष आर्थिक सहायता योजना” के माध्यम से उसे मदद दी जाएगी। उन्होंने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे पढ़ाई पर ध्यान दें, फीस की चिंता विश्वविद्यालय पर छोड़ दें। इस सराहनीय पहल से स्पष्ट है कि गुजविप्रौवि विद्यार्थियों के समग्र विकास और सामाजिक समरसता के लिए कृतसंकल्प है। यह न केवल उच्च शिक्षा को लोकतांत्रिक बना रहा है, बल्कि “पढ़ेगा भारत, बढ़ेगा भारत” के सपने को भी साकार कर रहा है।
इन श्रेणियों के विद्यार्थियों को मिल रही विशेष आर्थिक सहायता
- अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों की पूरी फीस माफ।
- सभी वर्गों के 10% विद्यार्थियों के लिए ट्यूशन फीस माफी का विशेष प्रावधान।
- आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थियों के लिए सभी कोर्सों में एक-तिहाई फीस माफी।
- एचकेआरएनल, नियमित और सेवानिवृत्त कर्मचारियों के बच्चों के लिए फीस माफी।
- शहीदों, स्वतंत्रता सेनानियों के आश्रितों और सेवानिवृत्त सैनिकों के बच्चों के लिए पूर्ण ट्यूशन फीस माफी।
- विशेष रूप से सक्षम (दिव्यांग) विद्यार्थियों की पूरी ट्यूशन फीस माफ।
- कोविड-19 के दौरान माता-पिता में से एक को खोने वाले विद्यार्थियों के लिए 50% से 100% फीस माफी।
छात्रवृत्ति योजनाओं में भी मिल रहा लाभ
- गुरु जम्भेश्वर जी महाराज के नाम पर विशेष छात्रवृत्ति।
- मेधा आधारित छात्रवृत्तियां।
- अर्न व्हाइल लर्न’ योजना के तहत अध्ययन के साथ आय अर्जन की सुविधा।
- पूर्व विद्यार्थियों की एसोसिएशन द्वारा दी जा रही आर्थिक सहायता।