अमृत योजना 2.0 के तहत हिसार शहर में हर घर स्वच्छ जल पहुंचाने के उद्देश्य से जनस्वास्थ्य अभियंत्रिकी विभाग द्वारा डोर टू डोर सर्वे और पानी की जांच की जाएगी। यह कार्य अमृत मित्रा कार्यक्रम के अंतर्गत शहरी आजीविका मिशन की स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से करवाया जाएगा। यह जानकारी देते हुए जिला सलाहकार विनोद कुमार ने बताया कि हिसार के सभी वार्डों में यह सर्वे तीन स्वयं सहायता समूहों द्वारा किया जाएगा। पहला समूह वार्ड 1 से 7 तक बैंच के अनुसार घर-घर सर्वे करेगा, दूसरा समूह वार्ड 8 से 14 में यही कार्य करेगा, तीसरा समूह महिलाओं पर केंद्रित वार्ड में प्रतिदिन तीन घंटे के सर्वे कार्य के साथ-साथ स्वच्छता ओटीसी कैंप के माध्यम से पानी की गुणवत्ता की जांच करेगा। साथ ही इसके साथ वाटर टेस्टिंग वैन के माध्यम से विभागीय प्रयोगशाला को भी जांच की जाएगी, जिससे विभाग के अधिकारियों को पानी की सप्लाई व्यवस्था में सुधार करने में मदद मिलेगी।
जिला सलाहकार ने बताया कि इससे पहले भी शहर में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा पानी की जांच एवं इन्ट्रीनिक कनैक्शन के लिए कार्य शुरू किया गया था, जिसे उन्होंने बखूबी निभाया और पूरा किया था। इसी को देखते हुए विभाग ने यह नया कार्य भी इन्हीं महिलाओं को सौंपा है। इससे महिलाओं को रोजगार मिलेगा और विभाग की एक अच्छी पहल के रूप में भी इसे देखा जा रहा है। स्वयं सहायता समूह की कोऑर्डिनेटर सीमा ने कहा कि यह योजना महिलाओं के उत्थान और रोजगार के साथ-साथ विभाग के सहयोग से महिलाओं के योगदान को भी सकार बनाएगी।