राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को राष्ट्रपति भवन के सांस्कृतिक केंद्र में आयोजित एक भव्य समारोह में ड्यूरंड कप प्रतियोगिता 2025 की ट्रॉफियों का अनावरण किया और हर हिस्से से हिस्सेदारी दिखाई। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने खेलों की महत्ता पर जोर देते हुए कहा कि यह अनुशासन, दृढ़ संकल्प और टीम भावना को बढ़ावा देता है। उन्होंने खेलों को लोगों, क्षेत्रों और देशों को जोड़ने की अद्भुत शक्ति के रूप में रेखांकित किया और इसे सभी प्रकार की व्यक्तिगत एकीकृतता का शक्तिशाली साधन बताया। ओलंपिक या किसी भी अंतरराष्ट्रीय आयोजन में जब तिरंगा फहराया जाता है तो सभी नागरिकों में गौरव होता है। राष्ट्रपति ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया। पोस्ट में लिखा, ‘ड्यूरंड कप जैसे आयोजन न केवल खेल भावना को बढ़ावा देते हैं बल्कि युवाओं को उत्कृष्ट प्रदर्शन और विकसित खिलाड़ी बनने में भी मदद करते हैं, जिससे देश में खेलों के लिए एक मजबूत संस्कृति को प्रोत्साहन मिलता है।’ उन्होंने कहा कि यह एक खेल नहीं है; यह एक जुनून है। फुटबॉल का खेल गुणात्मक, दृष्टि और एक साझा लक्ष्य की ओर मिलकर काम करने के बारे में है। एशिया के सबसे पुराने फुटबॉल टूर्नामेंट ड्यूरंड कप का 2025 संस्करण 15 जुलाई से 25 अगस्त तक पांच राज्यों, पश्चिम बंगाल, असम, मणिपुर, मेघालय और झारखंड के छह स्थानों पर खेला जाएगा। पश्चिम बंगाल का कोलकाता मैदान कई साल तक इस कप की मेजबानी करता रहा जबकि झारखंड की राजधानी रांची और मेघालय का शिलांग पहली बार इस आयोजन का हिस्सा बनेंगे। 21 जुलाई को पहला मुकाबला कोहिमा में आयोजित होगा, इसके बाद नई दिल्ली से कोलकाता में स्थानांतरित कर दिया था और साल दर साल स्थानकरण के लिए इसे बरकरार रखा गया। कप की और स्थानांतरित होने के बाद से, ड्यूरंड कप ने देश की प्रमुख प्रतियोगिताओं के रूप में खुद को पुनः स्थापित कर लिया है, जहां भाग लेने वाली टीमों की संख्या 16 से बढ़कर 24 हो गई है, जिसमें सभी इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) टीमें की भागीदारी सुनिश्चित की गई है। इसमें तीनों सेनाओं की टीमें भी हैं जिससे यह देश के भीतर भारत के सर्वश्रेष्ठ फुटबॉल क्लबों के लिए एक प्रमुख प्रतियोगिता बन गई है।