आपातकाल की 50वीं बरसी पर ‘संविधान हत्या दिवस’ कार्यक्रम में कांग्रेस पर बोला हमला
हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने बुधवार को करनाल में आयोजित ‘संविधान हत्या दिवस’ कार्यक्रम में विपक्ष कांग्रेस पार्टी पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि संविधान को तोड़ना कांग्रेस के डीएनए में शामिल है। आज लोग संविधान बचाने की बात कर रहे हैं, जबकि कांग्रेस ने ही इसे तोड़ा था। आपातकाल की 50वीं बरसी के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने 1975 में देश में लगी आपातकाल की घटनाओं का जिक्र करते हुए लोकतंत्र को बचाने का आह्वान किया। मुख्यमंत्री सैनी ने कहा कि 25 जून, 1975 की रात 12 बजे देश को जेल बना दिया गया था। सत्ता के लिए देश में आपातकाल लागू किया गया, प्रेस की आजादी छीन ली गई। लोगों को बिना किसी आरोप के जेलों में ठूंसा गया। संविधान की मूल भावना को ताक पर रखकर अनुच्छेद 352 लागू किया गया। विपक्षी नेताओं, कार्यकर्ताओं और पत्रकारों को जेल में डाला गया, ताकि कोई आवाज न उठे।
प्रधानमंत्री मोदी ने किया ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ का सपना साकार
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस की नीतियों ने देश से यह प्रयास, कि संविधान और लोकतंत्र को व्यवहारिक रूप में जीवन में उतारा जाए, छीन लिया। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अनुच्छेद 370 को समाप्त किया, तीन तलाक समाप्त किया, प्रसाद प्रधानमंत्री योजना, एक राष्ट्र, एक चुनाव, एक राशन’ की दिशा में कार्य किया। मुख्यमंत्री सैनी ने प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में 2014 के बाद देश पूरी तरह संविधान के अनुरूप चला है और ऐसे में “संविधान को तोड़ना कांग्रेस के डीएनए में शामिल” यह आरोप सामान्य नहीं है।
2047 तक विकसित भारत बनाने का संकल्प :
मुख्यमंत्री सैनी ने कहा कि आज़ाद भारत को पूरी दुनिया फिर एक बार विश्व गुरु के रूप में देखने को आतुर है और प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत विश्वगुरु बनने की दिशा में अग्रसर है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के बाद से केंद्र देश भर में विकास के लिए संकल्पबद्ध होकर कार्य कर रही है, तब भारत एक विकसित राष्ट्र के रूप में दुनिया के सामने एक नया नागरिकिक मॉडल पेश करेगा।
लोकतंत्र केवल चुनाव नहीं, बल्कि जीवनशैली है :
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र केवल चुनाव जीतने और सरकार बनाने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक जीवनशैली है और इसी भावना के साथ भारतीय संविधान रचा गया था। उन्होंने कहा कि आपातकाल में नागरिक अधिकारों को कुचला गया, लोकतांत्रिक संस्थाओं को बंद कर दिया गया और निहत्थे लोगों पर गोलियां चलाई गईं। उन्होंने कहा कि “एक राष्ट्र, एक चुनाव और एक मतदाता सूची” लोकतंत्र को और अधिक मजबूत बनाएगी।
प्रदर्शनी और पोषहारण भी किया :
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सूचना, जनसंपर्क, भाषा एवं संस्कृति विभाग द्वारा आयोजित आपातकाल की अवधि में लोकतंत्र की रक्षा करने वाले लोगों की वीरता, संघर्ष व बलिदान पर आधारित प्रदर्शनी का अवलोकन किया और पोषाहार वितरण कार्यक्रम में लाभार्थियों को सामग्री वितरित की।