गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार (GJUST Hisar) में भारतीय सांस्कृतिक विरासत को संजोने के उद्देश्य से SPIC MACAY हेरिटेज क्लब की स्थापना की जा रही है। इसकी औपचारिक घोषणा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर नरसी राम बिश्नोई ने ‘गूंज क्लब’ और SPIC MACAY के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित भव्य सांस्कृतिक संध्या के दौरान की।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में कुलपति प्रो. बिश्नोई और विशिष्ट अतिथि के रूप में विश्वविद्यालय की प्रथम महिला डॉ. वंदना बिश्नोई उपस्थित रहीं।
गुरु जम्भेश्वर विश्वविद्यालय में सांस्कृतिक चेतना की नई शुरुआत
कार्यक्रम की शुरुआत छात्रों द्वारा प्रस्तुत प्रेरणादायक संगीतमय नाटक ‘फौजी का संघर्ष’ से हुई। इस नाटक में देशभक्ति, लैंगिक असमानता, कर्मचारी शोषण, एकल परिवार की चुनौतियाँ, और पीढ़ियों के अंतर जैसे समसामयिक मुद्दों को प्रभावशाली मंचन के माध्यम से प्रस्तुत किया गया।
गुरु जम्भेश्वर विश्वविद्यालय में SPIC MACAY क्लब की स्थापना से छात्रों को मिलेगा सांस्कृतिक मंच
इसके बाद मंच पर विराजे सुप्रसिद्ध शास्त्रीय गायक पंडित रितेश मिश्रा, पंडित रजनीश मिश्रा, पंडित सुमित कुमार, और पंडित मितेश झा, जिन्होंने अपनी उत्कृष्ट गायन प्रस्तुतियों से वातावरण को सुरमय कर दिया। इन प्रस्तुतियों ने छात्रों को भारतीय शास्त्रीय संगीत की गहराई और आत्मिकता से परिचित कराया।
शास्त्रीय संगीत: साधना और संस्कृति का संगम
अपने संबोधन में कुलपति प्रो. बिश्नोई ने कहा, “भारतीय शास्त्रीय संगीत केवल कला नहीं, बल्कि साधना और आत्मा का संवाद है। यह हमारी सांस्कृतिक पहचान और परंपरा का आधार है। SPIC MACAY हेरिटेज क्लब के माध्यम से छात्रों को संगीत, नृत्य, लोककला और भारतीय विरासत से सीधे जुड़ने का अवसर मिलेगा।”
गूंज क्लब और विश्वविद्यालय की सांस्कृतिक पहल
डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर प्रो. अनिल कुमार ने विश्वविद्यालय की सांस्कृतिक उपलब्धियों और गूंज क्लब के योगदान को सराहा। वहीं, गूंज क्लब के संरक्षक प्रो. खुजान सिंह ने कहा कि ऐसे आयोजन छात्रों में कला और संस्कृति के प्रति जागरूकता और रुचि बढ़ाने में सहायक सिद्ध होंगे।
आयोजन की विशेषताएं
कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ. विनीता चौहान, डॉ. सुनीता रानी, और डॉ. मनीषा जांगड़ा द्वारा किया गया। इस भव्य आयोजन को Preamble IAS, Hisar द्वारा प्रायोजित किया गया था।
विद्वान कलाकारों और विद्यार्थियों के बीच हुआ सीधा संवाद इस आयोजन की विशेषता रही, जिससे युवाओं को भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों की गहन समझ और प्रेरणा प्राप्त हुई।
