हरियाणा सरकार ने रबी विपणन सीजन 2025-26 के तहत किसानों से गेहूं, सरसों, जौ, चना, मसूर और सूरजमुखी की खरीद के लिए व्यापक तैयारियां शुरू कर दी हैं। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसानों को मंडियों में किसी भी प्रकार की असुविधा न हो और फसल खरीद प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी एवं सुविधाजनक हो।
हरियाणा फसल खरीद 2025 के लिए गेहूं, सरसों, चने की तिथियां
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सरसों की खरीद: 15 मार्च से शुरू
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मसूर की खरीद: 20 मार्च से शुरू
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गेहूं, जौ और चना की खरीद: 1 अप्रैल से शुरू
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सूरजमुखी की खरीद: 1 जून से शुरू
हरियाणा सरकार ने इस सीजन 75 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीदने का लक्ष्य रखा है। वहीं, किसानों को उनकी फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) भी निर्धारित किया गया है, जिसमें गेहूं का एमएसपी ₹2425 प्रति क्विंटल तय किया गया है।
हरियाणा फसल खरीद 2025 में किसानों के लिए नई सुविधाएं
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड को निर्देश दिए हैं कि मंडियों में बड़े शेड बनाए जाएं, ताकि फसल की तुलाई के बाद उसे सुरक्षित रखा जा सके। साथ ही, बारदाने की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी और किसानों को 48 से 72 घंटों के भीतर सीधा भुगतान सुनिश्चित किया जाएगा।
राज्य सरकार ने किसानों और मजदूरों के लिए 53 अटल किसान मजदूर कैंटीन भी संचालित की हैं, जिससे उन्हें भोजन की सुविधा मिल सके।
ई-जैम प्लेटफॉर्म और टोल-फ्री कॉल सेंटर से किसानों को लाभ
राज्य की 108 मंडियों को ई-जैम प्लेटफॉर्म से जोड़ा गया है, जिससे फसल खरीद प्रक्रिया पूरी तरह डिजिटल और पारदर्शी होगी। साथ ही, किसानों और व्यापारियों की समस्याओं के समाधान के लिए टोल-फ्री किसान कॉल सेंटर स्थापित किया जाएगा।
जिला स्तर पर होगी निगरानी
मुख्यमंत्री ने सभी जिला उपायुक्तों को निर्देश दिए कि फसल खरीद प्रक्रिया की निगरानी के लिए विशेष टीमें गठित की जाएं, ताकि किसानों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो। बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव राजा शेखर चुंडरु, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव अरुण गुप्ता सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
हरियाणा सरकार की यह पहल सुनिश्चित करेगी कि किसानों को उनकी मेहनत का सही मूल्य मिले और राज्य में कृषि क्षेत्र का सतत विकास हो।