हिसार नगर निगम द्वारा पर्यावरण संरक्षण और पुनर्चक्रण (रीसाइक्लिंग) को बढ़ावा देने के लिए अर्बन एस्टेट-2 स्थित सामुदायिक केंद्र में चलाए गए ‘वेस्ट टू बेस्ट समर कैंप’ का आज भव्य समापन हुआ। समापन समारोह के अवसर पर अतिरिक्त आयुक्त शालिनी चेतल, संयुक्त आयुक्त डॉ. प्रीतपाल सिंह, सचिव राहुल सैनी, पार्षद संजय डालमिया, तकनीकी एक्सपर्ट जसबीर कुंडू, जेई सुमित, सुपरवाइजर नरेन्द्र श्योराण, सीटीएल प्रदीप जाखड़, रवि सिंधवानी सहित नगर निगम के अनेक अधिकारी मौजूद रहे। अतिरिक्त आयुक्त शालिनी चेतल ने कहा कि नगर निगम द्वारा इस तरह का यह पहला प्रयास था, जो बेहद सफल रहा। उन्होंने मेयर, निगमायुक्त, पार्षदों, ट्रेनरों और प्रतिभागियों का धन्यवाद करते हुए कहा कि इंडसइंड बैंक का भी इस आयोजन में विशेष सहयोग रहा। उन्होंने इसे एक मॉडल प्रोजेक्ट बताते हुए कहा कि ऐसे प्रयासों से शहरवासियों में स्वच्छता और नवाचार के प्रति जागरूकता बढ़ेगी।
हिसार नगर निगम द्वारा “वेस्ट टू बेस्ट’ समर कैंप का समापन, बच्चों की क्रिएटिविटी ने मोहा मन दृष्टिकोण बदले, कचरा बने कंचन :
नगर निगम हिसार द्वारा चलाया गया ‘वेस्ट टू बेस्ट’ समर कैंप न केवल बच्चों के लिए सीखने और रचनात्मकता को अभिव्यक्त करने का मंच बना, बल्कि समाज को यह संदेश भी दिया कि हर “वेस्ट” वस्तु को “बेस्ट” रूप दिया जा सकता है — जरूरत है तो बस दृष्टिकोण बदलने की।
मेयर का संदेश: वेस्ट से बेस्ट बनाना एक सामाजिक जिम्मेदारी :
नगर निगम मेयर प्रवीण पोपली ने कहा कि समर कैंप के दौरान बच्चों ने यह सीखा कि कचरे को कैसे उपयोगी वस्तुओं में बदला जा सकता है। यह प्रयास न केवल पर्यावरण को शुद्ध और स्वच्छ बनाने में सहायक है, बल्कि रचनात्मकता को भी प्रेरित करता है। उन्होंने शहरवासियों से अपील की कि वे भी कचरे से नई और उपयोगी वस्तुएं बनाकर स्वच्छता मिशन में भागीदार बनें।
कचरे से बना कमाल: गमले, पेन स्टैंड और दीवार सज्जा :
समर कैंप के अंतिम दिन बच्चों ने खाली बोतलों, डिब्बों, पुराने टायरों, लकड़ी के टुकड़ों और जूट के रद्दी टुकड़ों से कई सुंदर व उपयोगी वस्तुएं बनाई। रंग-बिरंगे पेंट से सजे टायरों को गमलों का रूप दिया गया, वहीं खाली बोतलों से सुंदर पेन स्टैंड और फ्लावर पॉट तैयार किए गए। बच्चों ने क्ले, अखबार व फेवीकोल की मदद से आकर्षक दीवार सज्जा सामग्री तैयार की। कांच की बोतलों को रंग कर उनमें लकी बांस, मनी प्लांट, पीस लिली जैसे पौधे लगाए गए।
सामुदायिक केंद्र में पौधारोपण से बढ़ी हरियाली :
कार्यक्रम के दौरान बच्चों और अधिकारियों ने सामुदायिक केंद्र परिसर में पौधारोपण किया और एक कोने को हराभरा बनाकर पर्यावरण के प्रति अपनी जागरूकता का संदेश दिया। इस अवसर पर उपस्थित सभी लोगों ने स्वच्छ व हरित शहर की परिकल्पना को मूर्त रूप देने का संकल्प लिया।