हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने घोषणा की है कि इस वर्ष राज्य स्तरीय विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस का आयोजन 14 अगस्त को फरीदाबाद में किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह एक ऐतिहासिक और भावनात्मक कार्यक्रम होगा, जिसमें प्रदेशभर से समाज के विभिन्न वर्गों के लोग शामिल होकर विभाजन की त्रासदी में जान गंवाने वाले अनगिनत ज्ञात-अज्ञात लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे और उनके बलिदानों को याद करेंगे। मुख्यमंत्री सैनी ने बताया कि इस अवसर से पूर्व, प्रदेशभर में एक पखवाड़े तक अनेक स्थानों पर स्मृति कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, ताकि युवा पीढ़ी अपने पूर्वजों के संघर्ष, पीड़ा और साहस की कहानियां सुन सके और उससे प्रेरणा लेकर राष्ट्रीय एकता और भाईचारे की भावना को और प्रगाढ़ कर सके। उन्होंने पंचनद ट्रस्ट से भी अपील की कि विभाजन की इस त्रासदी के साक्षी रहे बुजुर्गों के अमूल्य संस्मरणों को रिकॉर्ड कर इतिहास के रूप में संजोएं, ताकि आने वाली पीढ़ियां उस कठिन समय की सच्चाई और मानवता पर पड़े असर को समझ सकें। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2021 में आजादी के अमृत महोत्सव के तहत विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मनाने की घोषणा की थी, तब से हर वर्ष 14 अगस्त को यह दिवस मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि यह स्मृति दिवस केवल अतीत को याद करने का नहीं, बल्कि सामाजिक एकता, भाईचारे और मानवीय मूल्यों को मजबूत करने का अवसर भी है।
विधानसभा उपाध्यक्ष डॉ. कृष्ण लाल मिड्ढा ने कहा कि लंबे समय तक विभाजन की विभीषिका में मारे गए लोगों को भुला दिया गया था, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के प्रयासों से अब उनकी स्मृति में यह महत्वपूर्ण दिवस मनाया जा रहा है, जिससे पीढ़ियां इस इतिहास से सबक लें। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष श्री मोहन लाल कौशिक ने भी युवाओं को अपने इतिहास से जोड़ने पर बल देते हुए कहा कि यह हम सबका नैतिक दायित्व है।
महामंडलेश्वर स्वामी धर्मदेव जी महाराज ने मुख्यमंत्री के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि यह आयोजन ऐतिहासिक होगा और विद्यार्थियों तक भी इसकी जानकारी पहुंचाई जानी चाहिए, ताकि वे भी इस कड़वे इतिहास से सीख सकें। कार्यक्रम में विधायक विनोद भ्याणा, घनश्याम दास अरोड़ा, श्री सुभाष सुधा, श्रीमती सीमा त्रिखा सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे और सभी ने इस पहल की प्रशंसा की।