हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश सीनियर प्रवक्ता और जिला कन्वीनर बजरंग गर्ग ने अपने साथियों के साथ शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की। शहीद दिवस के अवसर पर उन्होंने इन वीर सपूतों की प्रतिमा पर फूलों की माला अर्पित कर नमन किया और उनके बलिदान को याद किया।
शहीद दिवस का महत्व और शहीदों का योगदान
हर साल 23 मार्च को शहीद दिवस के रूप में मनाया जाता है, ताकि हम उन वीर क्रांतिकारियों को याद कर सकें जिन्होंने देश की आज़ादी के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु भारत के स्वतंत्रता संग्राम के ऐसे महानायक थे, जिनकी देशभक्ति और साहसिकता आज भी युवाओं को प्रेरित करती है।
बजरंग गर्ग ने इस अवसर पर कहा कि शहीद भगत सिंह मात्र 8 वर्ष की उम्र से भारत की आज़ादी के बारे में सोचने लगे थे और 15 साल की उम्र में देश सेवा के लिए घर छोड़ दिया था। उनका हृदय हमेशा देश के लिए धड़कता था। 23 मार्च 1931 को अंग्रेजों ने भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को फांसी दे दी थी, लेकिन उनकी क्रांतिकारी विचारधारा और संघर्ष अमर है।
शहीद भगत सिंह की जयंती और युवाओं के लिए प्रेरणा
हर साल 28 सितंबर को भगत सिंह की जयंती मनाई जाती है, जो देशभर के युवाओं के लिए एक प्रेरणास्त्रोत है। बजरंग गर्ग ने कहा कि हमें इन महान क्रांतिकारियों के बलिदान को याद रखते हुए देश की एकता, विकास और तरक्की के लिए कार्य करना चाहिए, यही उनकी सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
शहीद दिवस पर संकल्प
शहीद दिवस पर देशवासियों को एकजुट होकर देश के उत्थान और विकास के लिए समर्पित होने का संकल्प लेना चाहिए। भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु जैसे वीरों की कुर्बानी की बदौलत ही आज हम एक स्वतंत्र भारत में सुख और शांति से जीवन व्यतीत कर रहे हैं। ऐसे में हमें उनके दिखाए रास्ते पर चलकर देश की उन्नति में योगदान देना चाहिए।