रामनिवास राड़ा ने थामा भाजपा का दामन, कांग्रेस को बड़ा झटका
हरियाणा में कांग्रेस को एक और बड़ा झटका लगा है। हिसार विधानसभा सीट से दो बार कांग्रेस के प्रत्याशी रहे रामनिवास राड़ा ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का दामन थाम लिया है। उनके साथ नगर निगम के पूर्व चेयरमैन बिहारीलाल राड़ा, यूथ कांग्रेस के जिलाध्यक्ष रोहित, और हिसार लोकसभा युवा कांग्रेस के पूर्व प्रधान भूपेंद्र सनेत सहित कई अन्य नेता भी भाजपा में शामिल हुए।
भाजपा में शामिल हुए रामनिवास राड़ा
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने इन नेताओं को पार्टी का पटका पहनाकर भाजपा में स्वागत किया। इस मौके पर भाजपा के हिसार जिला अध्यक्ष अशोक सैनी सहित कई अन्य वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहे। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि राड़ा के भाजपा में आने से नगर निगम चुनाव और विधानसभा चुनाव में भाजपा को फायदा हो सकता है।
रामनिवास राड़ा का राजनीतिक सफर
रामनिवास राड़ा का राजनीतिक सफर काफी दिलचस्प रहा है। उन्होंने 2014 में हरियाणा जनहित कांग्रेस (एचजेसी) से बरवाला विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा, लेकिन सफलता नहीं मिली। बाद में, उन्होंने कांग्रेस का दामन थामा और 2019 में हिसार विधानसभा सीट से पार्टी के उम्मीदवार बने, जहां उन्हें हार का सामना करना पड़ा और वह दूसरे स्थान पर रहे।
भूपेंद्र हुड्डा पर लगाए थे गंभीर आरोप
2024 के विधानसभा चुनाव के बाद रामनिवास राड़ा ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस में उनकी उपेक्षा की गई और उन्हें पर्याप्त समर्थन नहीं मिला। इसी नाराजगी के चलते उन्होंने हिसार नगर निगम मेयर पद के लिए निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल किया और मजबूती से चुनाव लड़ा।
भाजपा में शामिल होने के राजनीतिक मायने
रामनिवास राड़ा के भाजपा में शामिल होने को कांग्रेस के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। इससे पार्टी की स्थिति हिसार जिले में कमजोर हो सकती है, जबकि भाजपा को स्थानीय निकाय चुनावों और आगामी विधानसभा चुनावों में फायदा मिल सकता है।
राजनीतिक विशेषज्ञों के अनुसार, भाजपा कांग्रेस के असंतुष्ट नेताओं को अपने पक्ष में कर विपक्ष को कमजोर करने की रणनीति अपना रही है। अब सबकी नजरें आगामी निकाय चुनावों पर टिकी हैं, जहां यह देखा जाएगा कि राड़ा के भाजपा में जाने से किस पार्टी को कितना फायदा या नुकसान होगा।