- महेंद्र सैनी सांखला बोले- चुनाव को दिखावा न बनाएं, समाज की भागीदारी सुनिश्चित करे
सैनी न्याय संघर्ष समिति के प्रधान महेंद्र सैनी सांखला ने सैनी सभा ट्रस्ट हिसार पर आगामी 3 अगस्त को प्रस्तावित चुनाव में पारदर्शिता की कमी और लोकतांत्रिक मूल्यों से हटकर अपने चहेतों को ट्रस्टी बनाने के प्रयास का आरोप लगाया है। उन्होंने इस स्थिति पर गहरी चिंता जताते हुए ट्रस्ट प्रधान से निष्पक्ष और खुली प्रक्रिया की अपील की है। महेंद्र सैनी ने बताया कि पूर्व मंत्री स्व. हरी सिंह सैनी के निधन और रामनिवास राड़ा के इस्तीफे के बाद ट्रस्ट में रिक्त हुए दो पदों को भरने के लिए पहले यह सहमति बनी थी कि सैनी सभा का गठन कर लोकतांत्रिक चुनाव के माध्यम से नए ट्रस्टी चुने जाएंगे। मगर अब ट्रस्ट प्रधान पर परिवारवाद को बढ़ावा देने और समाज की व्यापक भागीदारी से परहेज करने के आरोप लग रहे हैं, जो ट्रस्ट की मूल भावना के विपरीत है। उन्होंने कहा कि चुनाव की सूचना केवल एक छोटे से अखबार के कोने में विज्ञापन देकर दी गई, जबकि यह सूचना बड़े समाचार पत्रों, सोशल मीडिया और मुनादी के माध्यम से व्यापक रूप से दी जानी चाहिए थी, ताकि हर वर्ग तक जानकारी पहुंचे और अधिक से अधिक लोग लोकतांत्रिक प्रक्रिया में भाग ले सकें।
स्व. नंदराम सैनी की भावना का सम्मान करने की अपील
महेंद्र सैनी सांखला ने ट्रस्ट प्रधान से अपील की कि स्वर्गीय चौधरी नंदराम सैनी द्वारा स्थापित इस ट्रस्ट की गरिमा बनाए रखने के लिए पारदर्शी और निष्पक्ष चुनाव कराए जाएं। उन्होंने कहा कि समाज के हर वर्ग को साथ लेकर चलने की परंपरा ही ट्रस्ट की असली ताकत है, और इस परंपरा को कायम रखना सभी की जिम्मेदारी है।
नामांकन प्रक्रिया पर भी जताई आपत्ति
महेंद्र सैनी ने बताया कि ट्रस्ट द्वारा चार उम्मीदवारों से आवेदन लिए गए, जिनमें से एक का नामांकन रद्द कर दिया गया, एक ने नाम वापस लेलिया और अब केवल दो उम्मीदवार- चेतराम सैनी (पूर्व अकाउंटेंट) और विनोद सैनी (रिटायर्ड इंडियन ऑयल) मैदान में हैं। उनका आरोप है कि जब पहले से ही इन्हें ट्रस्टी बनाया जाना तय है, तो चुनाव की औपचारिकता निभाना समाज को गुमराह करने जैसा है।