जम्मू-कश्मीर के प्रसिद्ध टूरिस्ट स्थल पाहलगाम में मंगलवार दोपहर को एक बड़ा आतंकी हमला हुआ, जिसमें 26 पर्यटकों की मौत हो गई। आतंकवादियों ने बिना किसी चेतावनी के पर्यटकों पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। हमलावरों की संख्या तीन से चार बताई जा रही है, और वे सेना या पुलिस की वर्दी में थे। उनके पास एके-47 राइफल सहित अन्य घातक हथियार थे।
घटना के बाद पूरे जम्मू-कश्मीर में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया। अधिकारियों ने बताया कि हमले में मारे गए पर्यटकों में विदेशी नागरिक भी शामिल हो सकते हैं। इस घटना से जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठने लगे हैं।
इस पाहलगाम आतंकी हमले के तुरंत बाद, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने केंद्रीय गृह सचिव, आईबी प्रमुख, सीआरपीएफ और बीएसएफ के डीजी, आर्मी के टॉप अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक की। इस बैठक में हमले की गंभीरता पर चर्चा की गई और इसे लेकर त्वरित कार्रवाई की योजना बनाई गई। बैठक के बाद, गृह मंत्री अमित शाह जम्मू कश्मीर के लिए रवाना हो गए, जबकि अन्य सुरक्षा बलों के प्रमुख भी घटनास्थल पर पहुंचे।
सूत्रों के अनुसार, इस आतंकी हमले का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए सुरक्षा बलों को कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। पूरे इलाके में 15 मुख्य पॉइंट्स से घेराबंदी की गई है। आतंकवादियों की तलाश में खोजी कुत्ते, ड्रोन और हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल किया जा रहा है। सीआरपीएफ, बीएसएफ, आर्मी और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू कर दिया है।
इस पाहलगाम आतंकी हमले ने राज्य की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गंभीर चिंताएँ उत्पन्न की हैं, और अब सरकार और सुरक्षा एजेंसियाँ इस पर तत्काल कदम उठा रही हैं। फिलहाल, आतंकवादियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है।
