रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सर्वदलीय बैठक में बताया कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत किए गए भारतीय हमलों में कम से कम 100 आतंकवादी मारे गए। उन्होंने कहा कि अगर पाकिस्तान हमला करेगा तो भारत पीछे नहीं हटेगा और जवाबी हमला करेगा। बैठक में केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि राजनीतिक नेताओं ने परिपक्वता दिखाई। कोई बहस नहीं हुई। उन्होंने कहा कि यह
बैठक व्यापक राजनीतिक सहमति के लिए थी। सरकार ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता और उसके बाद की स्थिति पर बृहस्पतिवार को सर्वदलीय बैठक में सभी दलों के नेताओं को जानकारी दी। गत 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान में
बढ़ते तनाव के बीच सरकार के वरिष्ठ मंत्रियों और विपक्षी नेताओं की पिछले एक पखवाड़े में यह दूसरी बैठक है।
केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, अमित शाह, एस जयशंकर, जेपी नड्डा और निर्मला सीतारमण ने बैठक में सरकार का प्रतिनिधित्व किया, जबकि कांग्रेस की ओर से राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे, तृणमूल कांग्रेस के सुदीप बंद्योपाध्याय और द्रमुक के टीआर बालू बैठक में शामिल प्रमुख विपक्षी नेता हैं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह बैठक की अध्यक्षता की। इसमें शामिल अन्य विपक्षी नेताओं में समाजवादी पार्टी के रामगोपाल यादव, आम आदमी पार्टी के संजय सिंह, शिवसेना (उबाठा) के संजय राउत, राकांपा (एसपी) की सुप्रिया सुले, बीजद के सस्मित पात्रा और माकपा के जॉन ब्रिटास शामिल हैं। इनके अलावा जद (यू) नेता संजय झा, केंद्रीय मंत्री और लोजपा (रामविलास) नेता चिराग पासवान तथा एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी भी बैठक का हिस्सा थे।