गुजविप्रौवि में एमओयू का आदान-प्रदान करते कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई तथा संस्थापक अध्यक्ष डॉ. प्रदीप अम्बेडकर
गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार (गुजविप्रौवि) और हर घर औषधि फाउंडेशन चैरिटेबल ट्रस्ट (एचजीएएफसीटी) के बीच एक महत्वपूर्ण मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए हैं। यह समझौता राष्ट्रीय औषधीय पादप बोर्ड (एनएमपीबी) के दिशा-निर्देशों के अनुरूप विश्वविद्यालय में औषधीय पौधों के संरक्षण और हर्बल गार्डन के विकास के उद्देश्य सेकिया गया है। गुजविप्रौवि की ओर से कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई और एचजीएएफसीटी की ओर से संस्थापक अध्यक्ष डॉ. प्रदीप अम्बेडकर ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. विजय कुमार, डीन इंटरनेशनल अफेयर्सप्रो. नमिता सिंह, एचजीएएफसीटी की ओर से सीए रवित और कोषाध्यक्ष कविता ने गवाह के तौर पर दस्तखत किए। कार्यक्रम में प्रो. सुमित्रा सिंह और प्रो.अर्चना कपूर भी उपस्थित रहीं। कुलपति प्रो. बिश्नोई ने बताया कि यह साझेदारी विद्यार्थियों, शोधार्थियों और शिक्षकों के लिए नई संभावनाएं खोलेगी। इससे औषधीय पौधों के संरक्षण, अनुसंधान और शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा। संस्थापक अध्यक्ष डॉ. प्रदीप अम्बेडकर ने इसे एचजीएएफसीटी के लिए गर्व का क्षण बताया और कहा कि संगठन पारंपरिक स्वास्थ्य देखभाल प्रणालियों के संरक्षण में लगातार सक्रिय है। कुलसचिव डॉ. विजय कुमार ने कहा कि दोनों संस्थान अपने संसाधनों का बेहतर उपयोग कर शिक्षा एवं अनुसंधान को नई दिशा देंगे। वहीं डीन प्रो. नमिता सिंह नेबताया कि संयुक्त रूप से संगोष्ठियों, कार्यशालाओं और प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा, ताकि लुप्तप्राय औषधीय पौधों के संरक्षण को वैज्ञानिक आधार पर सुदृढ़ किया जा सके।