महाराजा अग्रसेन चिकित्सा महाविद्यालय, अग्रोहा में अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस के अवसर पर सोमवार को एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए पूर्व राज्यसभा सांसद व लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) डीपी वत्स ने नर्सिंग समुदाय की सेवा भावना को सलाम करते हुए कहा कि, “चिकित्सा क्षेत्र की रीढ़ नर्स और पैरामेडिकल स्टाफ होते हैं। मरीज के स्वस्थ होने में इनकी भूमिका डॉक्टरों जितनी ही अहम होती है। पूरी मानवता को इनके प्रति कृतज्ञ होना चाहिए।” टेक चंद सभागार में आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन से हुआ। इस अवसर पर महाविद्यालय के निदेशक (प्रशासन) डॉ आशुतोष शर्मा,मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ राजीव चौहान, नर्सिंग कॉलेज की प्राचार्या डॉ प्रोमिला पांडे, ओएसडी गोपेश शर्मा सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
फ्लोरेंस नाइटिंगेल को किया याद
जनरल वत्स ने नर्सिंग की प्रेरणा स्रोत फ्लोरेंस नाइटिंगेल को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए बताया कि 12 मई को उनके जन्मदिवस के उपलक्ष्य में नर्सदिवस मनाया जाता है। उन्होंने कहा, “फ्लोरेंस नाइटिंगेल ने 1854 में क्रीमिया युद्ध के दौरान घायल सैनिकों की निस्वार्थ सेवा कर नर्सिंग को नई पहचान दी। आर्मी मेडिकल सर्विस में उनके नाम पर ‘नाइटिंगेल वार्ड’ बनाए गए हैं।”
सेवा भाव को जीवन का उद्देश्य बनाएं – डीपी वत्
नर्सिंग की छात्राओं को संबोधित करते हुए जनरल वत्स ने कहा कि, “आपको मानवता की सेवा को जीवन का ध्येय बनाना चाहिए। नर्सिंग केवल एक पेशा नहीं, यह समाजसेवा और करुणा की प्रतिमूर्ति है। आप सब फ्लोरेंस नाइटिंगेल की तरह आदर्श स्थापित करें।”
कर्तव्यबोध की दिलाई शपथ
कार्यक्रम के दौरान नर्सिंग कॉलेज की प्राचार्याडॉ प्रोमिला पांडे ने छात्राओं को “मानवता की सेवा में निरंतर तत्पर रहने, हर रोगी की निस्वार्थ
सेवा करने तथा किसी प्रकार का भेदभाव न करने” की शपथ दिलाई। उन्होंने नर्सिंग छात्राओं को बताया कि एक सच्ची नर्स वह है जो विपरीत परिस्थितियों में भी मरीजों की सेवा में संलग्न रहती है।
विशिष्ट अतिथियों ने दी शुभकामनाएं
इस अवसर पर डॉ करणदीप, डॉ पूनम शर्मा (उप प्राचार्या, पैरामेडिकल कॉलेज), अनुप्रभा, आशा, ललिता शर्मा, ज्योति, नीलम, प्रियंका, इशिता, रणजीत, सोनू, अभिलाष, दीक्षा सहित नर्सिंग व पैरामेडिकल स्टाफ के अनेक सदस्य उपस्थित रहे। सभी ने नर्सिंग समुदाय को उनकी अमूल्य सेवाओं के लिए बधाई दी और समाज में उनके योगदान को सराहा।
कार्यक्रम का उद्देश्य
कार्यक्रम का मूल उद्देश्य नर्सिंग पेशे के प्रति सम्मान भाव को जाग्रत करना, नई छात्राओं को प्रेरित करना और उन्हें अपने कर्तव्यों के प्रति सजग बनाना था। कार्यक्रम के अंत में सभी अतिथियों को स्मृति चिह्न भेंट किए गए और छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से अपनी भावनाएं व्यक्त कीं।