केंद्र सरकार द्वारा आगामी जनगणना में जातिगत आंकड़ेशामिल करने के फैसले ने देशभर में सामाजिक न्याय की दिशा में एक नई उम्मीद जगा दी है। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता हनुमान वर्मा ने इस निर्णय को ऐतिहासिक बताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का आभार व्यक्त किया है। हनुमान वर्मा ने कहा कि “मोदी सरकार ने यह निर्णय लेकर स्पष्ट कर दिया है कि वह हर वर्ग को प्रतिनिधित्व और अधिकार दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है। 27 ओबीसी केंद्रीय मंत्रियों कीनियुक्ति, हरियाणा में नायब सिंह सैनी को मुख्यमंत्री बनाना और अब जातीय जनगणना — यह सब दर्शाता है कि पिछड़े वर्गों को उनका हक दिलाना सरकार की प्राथमिकता है।” वर्मा ने बताया कि उन्होंने इस मुद्दे को लेकर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से भी चर्चा की थी। “मुख्यमंत्री नेहमें आश्वासन दिया था कि चिंता न करें, यह जनगणना होगी— और आज उन्होंने वह वादा निभाया है। हम उनकाविशेष आभार प्रकट करतेहैं।
” जातीय जनगणना से मिलेगी स्पष्ट तस्वीर : वर्मा ने कहा कि इस जनगणना सेदेश को यह जानने का मौका मिलेगा कि कौन-सी जातियां किस संख्या में हैं और किन
परिस्थितियों में जीवन यापन कर रही हैं। इससे नीति निर्माण में पारदर्शिता आएगी और वंचित वर्गों को बेहतर योजनाओं का लाभ मिल सकेगा।
कांग्रेस पर तीखा हमला : वर्मा ने कांग्रेस पर निशाना साधतेहुए कहा, “2011 में जब कांग्रेस की सरकार थी, तब उन्होंनेजातीय जनगणना नहीं करवाई। अब विपक्ष में रहकर केवल राजनीति कर रहेहैं। जब उनके पास अधिकार था, तब उन्होंने यह निर्णय क्यों नहीं लिया?” उन्होंने कहा कि यह निर्णय आर्थिक और सामाजिक रूप सेपिछड़े वर्गों के लिए सशक्तिकरण का मार्गप्रशस्त करेगा और
समावेशी विकास को मजबूती देगा।
नेताओं की मौजूदगी में हुआ आभार प्रदर्शन : इस अवसर पर कई भाजपा कार्यकर्ता और स्थानीय नेता उपस्थित रहे। प्रमुख रूप से दरिया सिंह (सचिव, आर्यनगर मंडल), हनुमान उब्बा (वाइस चेयरमैन, पैक्स), बलवंत टाक, प्रताप कालोड, रमेश मगंलराव, रामकुमार टाक, राजबीर (पूर्वप्रधान), रविंद्र प्रधान, ईश्वर टाक, बलवीर कालोड, सुरेश आईतान, रामेश्वर प्रधान, अशोक जाखड़, हनुमान जाखड़, किशोर अस्तवाल और मल्ला राम पंघाल (गंगवा) उपस्थित रहे।