हिसार शहर में लगातार बढ़ती ट्रैफिक समस्या और जाम की भयावह स्थिति को देखते हुए हाल ही में हरियाणा सरकार के मंत्रियों और जिला प्रशासन के अधिकारियों के बीच एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में ट्रैफिक से राहत दिलाने के लिए कई प्रस्तावों पर विचार किया गया। इसी सिलसिले में जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के हिसार हलका अध्यक्ष विपिन गोयल ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि हिसार के लिए तैयार किया गया एलिवेटेड रोड प्रोजेक्ट ही शहर को स्थायी रूप से जाम से मुक्त कराने का एकमात्र प्रभावी समाधान था।
उन्होंने बताया कि यह प्रोजेक्ट पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला द्वारा तैयार कराया गया था, जिसकी अनुमानित लागत लगभग 700 करोड़ रुपये थी। यह चार लेन का एलिवेटेड रोड अंतरराष्ट्रीय स्तर की एक प्रतिष्ठित कंपनी द्वारा डिजाइन किया गया था, जिसमें 6 एंट्री और 6 एग्जिट पॉइंट शामिल थे। गोयल के अनुसार, इस प्रोजेक्ट से हिसार के मध्यवर्ती क्षेत्र में लगने वाले ट्रैफिक जाम को समाप्त करने में महत्वपूर्ण मदद मिलती। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि यह तकनीकी और व्यावहारिक रूप से योग्य प्रोजेक्ट केवल राजनीतिक कारणों से खारिज कर दिया गया।
गोयल ने उदाहरण देते हुए बताया कि वर्तमान में बस स्टैंड से जिंदल पुल तक का सफर करने में नागरिकों को लगभग 40 मिनट तक का समय लग जाता है, जबकि एलिवेटेड रोड के निर्माण के बाद यह दूरी केवल 12 से 15 मिनट में तय की जा सकती थी। उन्होंने सरकार से मांग की कि इस प्रोजेक्ट को दोबारा शुरू किया जाए, और कहा कि जेजेपी हमेशा से हिसार की तरक्की के लिए प्रतिबद्ध रही है। उन्होंने यह भी याद दिलाया कि जेजेपी के प्रयासों से ही जिले को पहले आरयूबी/आरओबी के माध्यम से फाटक मुक्त किया गया था।
इसके अलावा, विपिन गोयल ने प्रशासन से मांग की कि शहर में बंद पड़ी आधी से अधिक ट्रैफिक लाइटों को तुरंत चालू किया जाए ताकि ट्रैफिक नियंत्रण में आसानी हो। ट्रैफिक विशेषज्ञों का भी मानना है कि वर्तमान और भविष्य की जरूरतों को देखते हुए छोटे-छोटे उपाय प्रभावी नहीं होंगे और केवल एलिवेटेड रोड ही एक दीर्घकालिक समाधान साबित हो सकता है। अंत में गोयल ने दोहराया कि यदि यह प्रोजेक्ट लागू किया जाता है, तो हिसार की ट्रैफिक व्यवस्था में क्रांतिकारी सुधार आएगा और नागरिकों को स्थायी रूप से जाम से राहत मिलेगी।