भजन संध्या में श्रद्धालुओं ने भक्ति में डुबकी लगाई, ग्वचनों से मिली आध्यात्मिक प्रेरणा
हिसार में गोविंद की गली परिवार श्रीधाम वृंदावन एवं लाला लखीराम आदमपुरिया परिवार के तत्वावधान में आयोजित भक्तमाल कथा एवं हरि नाम संकीर्तन के आठवें दिन श्रद्धालु भक्ति में सराबोर हो गए। यह संकीर्तन प्रसिद्ध भजन गायक विनोद अग्रवाल की पावन स्मृति में आयोजित किया गया था, जिसमें भक्तों ने भजनों की धुन पर झूमकर भक्ति का आनंद लिया।
दिल्ली से आए भजन गायक महाबीर शर्मा और मुंबई से आए जतिन विनोद अग्रवाल ने अपनी मधुर भजन प्रस्तुति से भक्तों को मंत्रमुग्ध कर दिया। उनके द्वारा प्रस्तुत ‘श्री राधा हमारी गौरी है,’ ‘कन्हैया तेरो काला है,’ ‘हमारे नाडले ठाकुर, हमारी लाडली श्यामा,’ और ‘मोहे रंग लगायो लाल, मैं तो हो गई नालमलाल’ जैसे भजनों ने पूरे वातावरण को भक्ति रस से सराबोर कर दिया।
भजन ‘वो पहली बार वृंदावन जाना याद आता है’ ने श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया और भक्तिमय माहौल बना दिया।
संत प्रवचनों से मिली आध्यात्मिक प्रेरणा
इस अवसर पर राष्ट्रीय संत गौरदास महाराज ने भक्त नामदेव की कथा सुनाते हुए बताया कि भगवान विठ्ठल ने मात्र तीन वर्ष की उम्र में नामदेव को प्रत्यक्ष दर्शन देकर दूध पिया था। उन्होंने कहा कि “ईश्वर उसी भाव में दर्शन देते हैं, जैसा हमारा मन होता है। इसलिए सच्चे हृदय से नाम जप और भक्ति करनी चाहिए।”
इसके अतिरिक्त राम नगर से आए कथा व्यास सुशांत भारद्वाज ने प्रवचन देते हुए बताया कि गुरु का नाम लिए बिना भजन और साधना का पूर्ण फल प्राप्त नहीं होता।
विशिष्ट अतिथि एवं श्रद्धालु
इस भव्य संकीर्तन में अनेक गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति रही, जिनमें स्वामी कृष्णानंद महाराज, समाजसेवी सज्जन मित्तल, डॉ. कर्मबीर, अग्रसेन भवन के प्रधान अंजनी कुमार खारियावाला, नोरंग राय गोयल, रामनिवास गोयल आदमपुरिया, रामनिवास कोहलीवाले, रमेश गोयल, ललित अग्रवाल, वीरचंद्र दास, भारत भूषण, रविकांत, विक्रम वालिया सहित अनेक श्रद्धालु शामिल रहे।