सरकार की हठधर्मिता को बताया उत्तर भारत के जल प्रबंधन के लिए घातक, भाजपा चलाएगी जनजागरूकता अभियान
पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट के स्पष्ट आदेशों के बावजूद पंजाब सरकार द्वारा हरियाणा के हिस्से का पानी न छोड़े जाने को लेकर पूर्कै बिनेट मंत्री डॉ. कमल गुप्ता ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इसे न्याय व्यवस्था और संघीय ढांचे की खुली अवहेलना करार दिया। डॉ. गुप्ता ने कहा कि भाखड़ा व्यास मैनेजमेंट बोर्ड (बीबीएमबी) भी पंजाब सरकार की हठधर्मिता के चलते हरियाणा की ओर पानी छोड़ने में असमर्थहो रहा है, जिससे प्रदेश के किसानों, पेयजल आपूर्ति और सिंचाई व्यवस्था पर गंभीर संकट उत्पन्न हो गया है।] पूर्व मंत्री ने बताया कि हरियाणा भाजपा संगठन ने इस मुद्दे को लेकर जनजागरूकता अभियान चलाने का निर्णय लिया है, जो प्रदेश संगठन की ओर से उठाया गया उचित कदम है। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में जनता को जल संकट की गंभीरता से अवगत कराने के लिए बड़े स्तर पर जनजागरण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
डॉ. कमल गुप्ता ने कहा, “जल जीवन का आधार है और पंजाब सरकार का यह रवैया न केवल हरियाणा के साथ अन्याय है, बल्कि पूरे उत्तर भारत के जल प्रबंधन और आपसी सौहार्द के लिए भी खतरनाक संकेत है।” उन्होंने केंद्र सरकार से भी मांग की कि वह इस विषय में हस्तक्षेप करते हुए पंजाब सरकार की असंवैधानिक और अड़ियल नीति के खिलाफ सख्त कदम उठाए, ताकि हरियाणा को उसका वैध जल अधिकार मिल सके। साथ ही बीबीएमबी को निष्पक्ष और न्यायालय के आदेशानुसार कार्य करने के निर्देश दिए जाएं। डॉ. गुप्ता ने यह भी बताया कि भाजपा संगठन शीघ्र ही प्रदेशभर में इस मुद्दे को लेकर बैठकें और जनसंपर्क कार्यक्रम आयोजित करेगा, ताकि जनता को उसके जल अधिकारों के प्रति जागरूक किया जा सके और पंजाब सरकार पर जनदबाव बनाया जा सके।
