नई दिल्ली | केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने मंगलवार को 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं के नतीजे घोषित कर दिए। इस वर्ष करीब 44 लाख छात्रों ने परीक्षा दी थी। परिणामों में जहां कुल पास प्रतिशत उत्साहजनक रहा, वहीं लड़कियों ने एक बार फिर लड़कों से बेहतर प्रदर्शन कर शिक्षा में अपनी मजबूत पकड़ का प्रमाण दिया। सीबीएसई द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार कक्षा 10वीं में 93.60% छात्र सफल हुए, जबकि कक्षा 12वीं में 88.39% परीक्षार्थियों ने सफलता हासिल की। यह प्रदर्शन बीते वर्षों की तुलना में स्थिरता और गुणवत्ता दोनों का संकेत देता है। रिजल्ट के आंकड़ों के अनुसार, कक्षा 10वीं में लड़कियों का पास प्रतिशत 95.0% रहा, जबकि लड़कों का 92.63%। इसी तरह, कक्षा 12वीं में लड़कियोंका पास प्रतिशत 91.64% और लड़कों का 85.70% रहा। इस प्रकार, दोनों कक्षाओं में लड़कियों ने औसतन 2 से 6 प्रतिशत तक अधिक अंक हासिल किए, जो शिक्षा में लैंगिक समानता से आगे बढ़ते हुए उनकी उत्कृष्टता का संकेत है।
टॉपर प्रणाली समाप्त, मेरिट सूची नहीं जारी
सीबीएसई की नीति के तहत इस बार भी बोर्ड ने कोई टॉपर घोषित नहीं किया और न ही मेरिट सूची जारी की गई। बोर्ड का स्पष्ट निर्देश है कि किसी भी छात्र को स्कूल, जिला या राज्य टॉपर की संज्ञा न दी जाए। यह कदम छात्रों पर अनावश्यक दबाव कम करने और प्रतिस्पर्धात्मक मानसिकता के दुष्प्रभाव से बचाने की दिशा में उठाया गया है।
