अग्रसेन भवन ट्रस्ट द्वारा समाजसेवा के क्षेत्र में निभाया जा रहा कार्य निरंतर आगे बढ़ रहा है। मुफ्त बस सेवा के अपने संकल्प को सार्थक करते हुए ट्रस्ट अब तक कुल 76 बुजुर्गों को अयोध्या भेज चुका है। इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए बुधवार को ट्रस्ट द्वारा 10 और बुजुर्ग श्रद्धालुओं को श्रीराम नगरी अयोध्या के लिए रवाना किया गया। इस अवसर पर ट्रस्ट प्रधान अंजनी कुमार स्वाध्यायाला, राजेश सिंह, सुभाष, बाबूलाल, संजय, पिंकी, सुमिता गुप्ता, नीरज, संजीव कुमार, सुरेश गोयल, विनोद गोयल, सुरेन्द्र गोयल, अंजली गोयल, रूपेश गोयल, मनोज गोयल और शरद गोयल शामिल रहे। इस दौरान श्रद्धालुओं के परिजनों व मोहल्लेवासियों ने भी बुजुर्गों को शुभकामनाएं देते हुए उनके साथ अपनी श्रद्धा व्यक्त की।
सम्मान व विदाई: ट्रस्ट के प्रधान अंजनी कुमार स्वाध्यायाला ने जानकारी दी कि सभी श्रद्धालु बुजुर्ग सबसे पहले अग्रसेन भवन स्थित महाराजा अग्रसेन की प्रतिमा के समक्ष नतमस्तक हुए। इसके बाद उन्हें ट्रस्ट एवं समाजसेवियों सहित निजि वाहनों द्वारा हिसार बस स्टैंड तक विदा किया गया। इस अवसर पर श्रद्धालुओं को झंडी दिखाकर रवाना किया गया।
दर्शन और ठहरने की व्यवस्था: ट्रस्ट की ओर से यह भी बताया गया कि अयोध्या पहुंचने पर सभी श्रद्धालुओं के ठहरने, खाने-पीने, दर्शन और वाहन सुविधा की संपूर्ण व्यवस्था की गई है। सभी श्रद्धालु भगवान श्रीराम के दर्शन कर सकें, इसके लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं। सभी श्रद्धालु रामलला के दर्शन करने के बाद पुनः हिसार लौट आएंगे।
अगले सप्ताह फिर भेजे जाएंगे श्रद्धालु: ट्रस्ट ने बताया कि अब तक लगातार तीन सप्ताहों में 76 बुजुर्गों को श्रीरामलला के दर्शन कराए जा चुके हैं। इस यात्रा का सिलसिला आगे भी जारी रहेगा। अयोध्या दर्शन के लिए अगली बस 24 अगस्त को रवाना की जाएगी। जिसमें 25 बुजुर्ग श्रद्धालु रामलला के दर्शन करने जाएंगे। अगले सप्ताह शुक्रवार को भी श्रद्धालुओं का एक और जत्था रवाना किया जाएगा।
श्रद्धालुओं में उमंग: अयोध्या रवाना हो रहे बुजुर्गों ने ट्रस्ट के प्रयासों को सराहा और खुशी जाहिर की। श्रद्धालुओं का कहना था कि पहले दर्शन की योजना नहीं बना पा रहे थे लेकिन अग्रसेन भवन ट्रस्ट ने उनके लिए सब कुछ आसान कर दिया।
सेवा ही धर्म का पालन: ट्रस्ट के प्रधान अंजनी कुमार स्वाध्यायाला ने कहा कि समाज के बुजुर्ग, वो आधार स्तंभ हैं जिनके आशीर्वाद से ही समाज में तरक्की होती है। उन्होंने कहा कि यह सेवा ही धर्म का पालन है। “यह सेवा हमारा कर्तव्य भी है और सौभाग्य भी।” उन्होंने बताया कि इसी संकल्प के तहत ट्रस्ट लगातार समाजहित में और भी सेवा कार्य करता रहेगा। इस अवसर पर सभी श्रद्धालुओं और उनके परिजनों ने ट्रस्ट के इस प्रयास को सराहा और शुभकामनाएं दीं।
समाज के लिए मिशन: अग्रसेन भवन ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने बताया कि यह सेवा मिशन समाजसेवा की दिशा में एक छोटा कदम है। समाज में जरूरतमंद और बुजुर्गों को धार्मिक स्थलों के दर्शन करवाने के लिए ट्रस्ट निरंतर कार्य करता रहेगा। उन्होंने कहा कि भविष्य में भी इस प्रकार की सेवाएं जारी रहेंगी।