जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले में बैटरी चश्मा के पास एक सेना का ट्रक 200-300 मीटर गहरी खाई में गिर गया, जिसमें तीन जवान शहीद हो गए। पुलिस, एसडीआरएफ,सेना और स्थानीय लोगों ने बचावअभियान चलाया गया। यह ट्रक जम्मू से श्रीनगर जा रहा था और मृतकों को रामबन जिला अस्पताल लाया जा रहा है। दुर्घटना के कारणों की जांच की जा रही है। अधिकारियों ने बताया कि हादसा नेशनल हाईवे-44 पर बैटरी चश्मा के पास सुबह 11:30 बजे हुआ था। सेना का यह ट्रक जम्मू से श्रीनगर जा रहे एक काफिले का हिस्सा था। इसी दौरान हादसे का शिकार हो गया। हादसे के तुरंत बाद, एसडीआरएफ, पुलिस, सेना और स्थानीय स्वयंसेवकों ने मिलकर बचाव अभियान चलाया गया। अधिकारियों की मानें तो हादसा इतना दर्दनाक है कि वाहन दुर्घटना के बाद लोहे के ढेर में तब्दील हो गया। फिलहाल शहीद हुए जवानों के शवों को बाहर निकालने का काम किया जा रहा है। शुरुआती जांच में पता चला है कि वाहन का संतुलन बिगड़ने की वजह से वह गहरी खाई में गिर गया। तीनों शहीद जवानों के बलिदान को सम्मानित करते हुए सेना ने एक शोक सभा का आयोजन किया। सेना के सीनियर अधिकारियों ने पूरी घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं। शहीद हुए जवानों की पहचान अमित कुमार, सुजीत कुमार और मन बहादुर के रूप में हुई है। सेना ने शहीद जवानों के पार्थिव शरीर को पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनके गृह जनपद भेजने की तैयारी शुरू कर दी है। रक्षा मंत्रालय ने भी घटना पर शोक व्यक्त करते हुए पीड़ित परिवारों को हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया है।
चप्पे-चप्पे पर जवान तैनात
पहलगाम हमले के बाद से ही जम्मू- कश्मीर में भारी सुरक्षा बल तैनात है। इसके साथ ही पहले के मुकाबले इस समय ज्यादा गश्ती की जा रही है। इसी गश्ती के दौरान ये हादसा हो गया, जिसमें 3 जवान शहीद हो गए। पहलगाम में हुए हमले के बाद से ही सेना फुल अलर्ट मोड पर होकर काम कर रही है। इस हमले में 26 पर्यटकों की मौत हो गई थी।