महापौर प्रवीण पोपली ने किया सुदर्शन क्रिया का अभ्यास
हिसार में आर्ट ऑफ लिविंग द्वारा 20 से 23 मार्च तक आयोजित वैश्विक हैप्पीनेस प्रोग्राम के साप्ताहिक फॉलोअप सत्र में महापौर प्रवीण पोपली ने अपनी पत्नी मंजू पोपली के साथ सुदर्शन क्रिया का अभ्यास किया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य मानसिक शांति और आध्यात्मिक उन्नति को बढ़ावा देना था।
महापौर प्रवीण पोपली का आध्यात्मिक जुड़ाव
आर्ट ऑफ लिविंग के स्टेट मीडिया कोऑर्डिनेटर नीरज गुप्ता ने बताया कि नव-निर्वाचित महापौर संस्था के प्रति आस्था रखते हैं। डिस्ट्रिक्ट टीचर कोऑर्डिनेटर परीक्षित आर्य ने कहा कि महापौर और उनकी पत्नी का शॉल और पटका डालकर सम्मान किया गया। इसके साथ ही, उन्हें गुरुदेव श्री श्री रविशंकर जी का चित्र भेंट किया गया।
सुदर्शन क्रिया के लाभ और अनुभव
महापौर प्रवीण पोपली ने अपने संबोधन में कहा, “जब भी हम साधना और सत्संग में भाग लेते हैं, तो एक नई ऊर्जा और सकारात्मकता का अनुभव होता है।” उन्होंने आर्ट ऑफ लिविंग के तनाव प्रबंधन और जीवन संतुलन से जुड़े प्रयासों की सराहना की।
वैश्विक हैप्पीनेस प्रोग्राम: उद्देश्य और लाभ
यह कार्यक्रम सीनियर फैकल्टी नीरज गुप्ता और भारती मुंजाल द्वारा संचालित किया गया। इसमें प्रतिभागियों को भावनाओं को संतुलित करने और जीवन में सामंजस्य बनाए रखने की व्यावहारिक तकनीकों का अभ्यास करवाया गया।
सुदर्शन क्रिया के लाभ:
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मानसिक शांति और तनाव प्रबंधन
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सकारात्मक ऊर्जा और आत्मिक संतुलन
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शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार
कार्यक्रम में उपस्थित अतिथि और सदस्य
इस कार्यक्रम में आर्ट ऑफ लिविंग से जुड़े महत्वपूर्ण शिक्षक और सदस्य शामिल हुए, जिनमें परीक्षित आर्य, कृष्ण कुमार, महावीर अग्रवाल, सुरेश जैन, मंजू पूरी, संजीव अरोड़ा, समीर सरदाना, गुलशन मदान, अनिल वर्मा, विरेंद्र नारायण, सुरेंद्र कुमार, स्मिता राठौर, रूचि, संजय, संजीव, मनोज आदि उपस्थित रहे।
